जबलपुर पुलिस के हत्थे चढ़े ब्लैकमेलर गैंग का एक और कारनामा सामने आया है। रविवार 1 अगस्त को 24 वर्षीय युवती ने मदनमहल थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। युवती एक होटल में नाइट शिफ्ट की मैनेजर है। 3 जुलाई की देर रात 2.30 बजे ब्लैकमेलर गैंग होटल में क्राइम ब्रांच कर्मी बनकर पहुंचे थे। महिला मैनेजर को धमकाते हुए बोले थे कि 20 हजार महीने दो, नहीं तो हिन्दू-मुस्लिम दंगा कराकर होटल में आग लगवा देंगे। मदनमहल पुलिस ने 12 लोगों को आरोपी बनाया है। मदनमहल पुलिस के मुताबिक अधारताल निवासी युवती ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी होटल में रात नौ से सुबह नौ बजे की शिफ्ट में ड्यूटी रहती है। 3 जुलाई की रात 2.30 बजे ब्लैकमेलर गैंग के संतोष जैन, जेपी सिंह, देवेंद्र यादव, रवि बेन, विवेक मिश्रा, कोमल पटेल, प्रेम सिंह लोधी, बादल पटेल, बबला थुरात, अंकित श्रीवास्तव, अर्पित ठाकुर व शैलेंद्र गौतम पहुंचे थे। सभी खुद को क्राइम ब्रांच का पुलिस कर्मी बताते हुए रजिस्टर और होटल में ठहरे ग्राहकों की आईडी चेक करने लगे। कारण पूछने पर गाली देते हुए बोले कि इस होटल में वैश्यावृत्ति कराने की शिकायत मिली है।
पी़ड़िता के मुताबिक आरोपी उसे बुरी नजर से घूरकर देख रहे थे। मां-बहन की गंदी-गंदी गाली देते हुए बोले कि तुम्हीं यहां वेश्यावृत्ति कराती हो। फर्जी पत्रकार रवि बेन उससे अपमानित करने वाले शब्दों में बात कर रहा था। फिर सभी जबरन होटल में घुस गए। होटल में रुके ग्राहकों का एक-एक कमरा जबरन खुलवा कर चेक करने लगे। लोगों को बदनाम करने की धमकी देते हुए पैसे मांगने लगे।
आरोपी काफी शातिर हैं। ये फर्जी पत्रकार, क्राइम ब्रांच, हिंदू संगठन का फर्जी कार्यकर्ता बनने के साथ ही फूड ऑफिसर भी बन जाते थे। आरोपी ने कई लोगों को इसी तरह डरा-धमका कर रुपए ऐंठते हैं। उसे भी इसी तरह धमका कर आरोपी हर महीने 20 हजार रुपए की डिमांड कर रहे थे। मदनमहल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़, हिंदू-मुस्लिम दंगा कराने की साजिश रचने सहित विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।