मध्य प्रदेश । 1 जून से पूरे मध्य प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी, इसके पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान आज बुधवार को प्रदेश की जनता को किया। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी निश्चिंत नहीं होना है, संकट अभी टला नहीं है। खतरा अभी बाकी है क्योंकि वायरस अभी भी हमारे बीच है। इंदौर और भोपाल में बहुत सावधानी की आवश्यकता है। रतलाम, रीवा, अनूपपुर, सीधी इन जिलों को भी ध्यान देने की जरूरत है। सम्पूर्ण प्रदेश में सावधानी की आवश्यकता है।1 जून से सब नहीं खोलेंगे और धारा 144 लागू रहेगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों और भाइयों अगर हम असावधान रहे तो संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा और जब संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी एक दिन विस्फोट होगा और तीसरी लहर आ जाएगी। हमें दुनिया चलाते हुये तीसरी लहर नहीं आने देना है, इसको कोशिश करनी है। इसके लिए एक रोड मैप तैयार किया है। संक्रमण जहां पता चले वहीं रोकना है, इसे बढ़ने नहीं देना है। कोरोना के साथ जीना है तो हमें यह सब चीजें करनी पड़ेंगी, सावधानी रखनी पड़ेगी। इसमें आप सब का सहयोग चाहिए। अनुशासन, संयमित व्यवहार करना है, बिना मास्क की किसी भी कीमत पर नहीं निकलना है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज कोरोना संकट ने मानवता को फिर से झकझोर कर रख दिया है। अब हम कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की स्थिति में आ रहे हैं। मुझे यह कहते हुए संतोष है कि आप सब के, समाज के प्रयासों से कोरोना संक्रमण अब मध्यप्रदेश में नियंत्रण की स्थिति में है।अगर असावधान रहे, अचानक निकल पड़े, भीड़ इकट्ठी करी, मेला शुरू किया, आयोजन प्रारंभ हो गए तो संक्रमण को बढ़ते देर नहीं लगेगी, हम फिर संकट में फंस जाएंगे। हमने वो दिन देखे हैं, जब अस्पताल के बिस्तर भरे थे, ऑक्सीजन के लिए दिन रात एक करनी पड़ी, तकलीफें उठानी पड़ी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम वैसी परिस्थितियाँ नहीं बनने देंगे और इसलिए सावधानी की आवश्यकता है, कोरोना कर्फ्यू धीरे धीरे खोला जायेगा। कैसे खोला जायेगा यह आपको तय करना है। गाँव, वार्ड, ब्लॉक और जिले में कौन सी गतिविधियां चालू रहेंगी कौन सी बंद रहेगी यह क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप तय करेगा।टेस्टिंग लगातार जारी रहेगी। लगभग 75 हजार टेस्ट रोज किए जाएंगे। फीवर क्लिनिक भी चालू रहेंगे, टेस्टिंग के लिए मोबाईल टीम भी भेजी जाएंगी। संक्रमित को तुरंत पहचान कर इलाज की व्यवस्था करेंगे, ताकि संक्रमण आगे न बढ़े, इसके लिए कान्टैक्ट ट्रैसिंग की जाएगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में गाँव में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन अभिनव प्रयोग रहा। इसमें सरपंच, पंच, सामाजिक-राजनैतिक कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मुकद्दम, एएनएम और चौकीदार को जोड़ा गया जिससे निचले स्तर का अमला एकजुट हो गया।इसी तरह वार्ड में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने स्थितियाँ संभाली और गतिविधियां बंद करने का काम किया। आना-जाना नियंत्रित किया। ऐसे ही ब्लॉक स्तर पर माइक्रो कंटेन्मेंट ज़ोन, कोविड केयर सेंटर का प्रबंधन ब्लॉक स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने किया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इसी जनभागीदारी के मॉडल के साथ मध्यप्रदेश में संक्रमण की दर नियंत्रित करने में हमे बड़ी सफलता मिली है। लेकिन मैं फिर आपसे निवेदन करता हूँ, हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है। कर्फ्यू अनंत काल तक नहीं रह सकता। हमने तय किया है, 1 जून से हम धीरे धीरे आर्थिक गतिविधियां शुरू करेंगे।मैं 1 लाख 17 हजार से ज्यादा कोरोना वालेंटियर से आह्वान करता हूँ कि निकलें और समाज की मदद करें। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ कोविड अनुरूप व्यवहार, मास्क लगाना, दूरी रखना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना इन कामों को संभालें।