मध्य प्रदेश के से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक माता-पिता कुछ दिन से अपने बच्चे के व्यवहार में तेजी से बदलाव देख रहे थे। जिसके चलते वह उसे डॉक्टर के पास भी ले गए थे, जहां उन्हें पता चला कि मारपीट के चलते उसकी अंदरूनी अंगों में सूजन थी। ऐसे में उन्होंने घर में सीसीटीवी लगवाए और फिर जो उन्हें दिखा वह एक माता-पिता को अंदर तक झिंझोड़ तक रख देने वाला था।
जबलपुर में रहने वाले कामकाजी दंपति का एक दो साल का बच्चा था, जिसे वह देखभाल करने वाली आया के हवाले छोड़कर 11 बजे के करीब अपने-अपने दफ्तरों की ओर चले जाते थे। आया का नाम रजनी चौधरी था, जिसे 5,000 रुपये के मासिक वेतन और भोजन की सुविधा दी गई थी। लेकिन माता-पिता को यह नहीं पता था कि आया उनके जाने के बाद मासूम के साथ हैवानों की तरह सलूक करती थी।
पिछले कुछ दिनों से बच्चे के माता-पिता ने उसके व्यवहार में बदलाव देखा। पूरे घर में उछल-कूद और हमेशा खुश रहने वाला बच्चा अब गुमशुम हो चुका था। ऐसे में दंपति उसे के के पास ले गए। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के शरीर में अंदरूनी चोटें है, जिस कारण वह कमजोर होता जा रहा है। इन चोटों के पीछे का कारण उसे प्रताड़ित किया जाना था।
डॉक्टर की सलाह पर बच्चे के माता-पिता ने घर में सीसीटीवी कैमरा लगवाया। फिर उन्हें जिस आया पर भरोसा था, वहीं उस बच्चे के साथ बेरहमी से मारपीट करती थी। वीडियो में आया को बच्चे की पिटाई करते, बालों से पकड़कर घसीटते हुए देखा गया। अब इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आया को गिरफ्तार किया गया है।
के जमुई के सतशाला गांव की 14 वर्षीय नाबालिग बेटी ने अपने ही मां-बाप पर उसे यूपी में बेचने का आरोप लगाया है। मामला तब खुला अब बेटी ने गांववालों को बताया कि उसके माता-पिता ने आधार कार्ड पर पता बदलवाकर उत्तर प्रदेश करा दिया है। इस बात की जानकारी के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सारी बात बताई। फिर पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर लड़की के मां को समझाया कि ऐसा करना अपराध है। इस पर मां ने कहा कि पूरी कहानी मनगढ़ंत है और बच्ची बिना वजह ही ऐसा कह रही है, जिसके बाद यह मामला सुलझा लिया गया।