इंदौर के डॉक्टर ने छोटे भाई को थार से कुचलवाया :10 लाख की सुपारी दी; 6 करोड़ की जमीन को लेकर विवाद
खरगोन. मध्यप्रदेश के खरगोन में हत्या की साजिश रचने के केस में फरार डॉक्टर ने आत्मसमर्पण कर दिया. डॉक्टर ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि उसने ही अपने भाई की हत्या के लिए 10 लाख रुपए की सुपारी दी थी. उसने पुलिस को बताया कि माता-पिता ने उसके छोटे भाई को पुश्तैनी जमीन दे दी थी, इसी वजह से वह भाई से नाराज था. उसका मकसद 19 बीघा जमीन हड़पना था, जिसकी कीमत करीब 6 करोड़ रुपए है.
आरोपी डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि सुपारी के तौर पर उसने 25 हजार रुपए एडवांस पेमेंट किया था. 29 सितंबर को उसके साथियों ने एक थार गाड़ी किराए पर ली. इसके बाद संदीप शर्मा का पीछा किया और उसे जान से मारने की कोशिश की. लेकिन संदीप बच गया. इस मामले में पुलिस की टीम लगातार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही थी. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल थार गाड़ी, एक तलवार, चाकू और सुपारी का एडवांस पेमेंट 17 हजार कैश बरामद किया है.
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी रविन्द्र वर्मा के नेतृत्व में टीम बनाई गई। एएसपी शकुंतला रुहल, एसडीओपी अर्चना रावत, थाना प्रभारी अनिल बामनिया और साइबर सेल ने संयुक्त कार्रवाई कर सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। डॉ. दीपक अपने माता-पिता द्वारा पुश्तैनी जमीन छोटे भाई के नाम कराने से नाराज था। उसी गुस्से ने उसे इस हद तक पहुंचा दिया कि उसने अपने ही भाई की हत्या की कोशिश कराई। फिलहाल पुलिस आरोपी डॉक्टर से पूछताछ कर रही है।