मध्य प्रदेश :
नवंबर के दूसरे हफ्ते में मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है. पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात के चलते वातावरण में नमी आने लगी और कहीं कहीं बूंदाबांदी हो रही है. अगले दो से तीन दिनों में हवाओं के रूख बदलने से प्रदेश में उत्तरी हवाए 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और तापमान के गिरते ही फिर ठंड में इजाफा होगा. 15 नवंबर 2023 तक मौसम इसी प्रकार शुष्क बना रहने के साथ ही उत्तर से ठंडी हवाएं चलने के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. प्रदेश में 15 नवंबर के बाद तेज ठंड का दौर शुरू होने का अनुमान है.
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में प्रदेश में कोई बहुत मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है, जिसके कारण प्रदेश में तेज ठंड नही पड़ रही है. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर प्रदेश के ऊपर एक हवाओं का घेरा और एक हवा का चक्रवाती क्षेत्र निर्मित हुआ है. जिससे उत्तर भारत में बादल छाए हुए हैं और बारिश भी देखने को मिल रही है. इसके असर से आने वाले दिनों में ग्वालियर संभाग में नमी और हल्की बारिश की संभावना है. नए सिस्टम के बनने से सागर, टीकमगढ़, पन्ना, छतरपुर, रायसेन, विदिशा, बुंदेलखंड के हिस्सों में 15 से 22 नवंबर 2023 के बीच बौछारें पड़ सकती है.
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, 15 नवंबर 2023 को बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम एक्टिव होने वाला है, जिससे वातावरण में नमी बढ़ेगी और अगले 2-3 दिनों प्रदेश के कई जिलों में भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, सागर छतरपुर, टीकमगढ़ में मौसम में बदलाव आने की संभावना है. इस दौरान कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.
हालांकि मालवा-निमाड़ में मौसम अभी शुष्क और साफ रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से नवंबर अंत से प्रदेश में ठंडी हवा का दौर शुरू होने लगेगा और ठंड में भी इजाफा हो जाएगा.