जयपुर.
लोकसभा चुनाव आचार संहिता के दौरान प्रदेश में 252 करोड़ रुपए से ज्यादा की नशीली दवाइयां, शराब, कीमती धातु, मुफ्त बांटी जाने वाली वस्तुएं (फ्रीबीज) और नकद राशि जब्त की.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मार्च में 350 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती की गई. इस दौरान 15 जिलों में 10-10 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की जब्ती की गई. उधर, सी-विजिल ऐप पर प्रदेश में आचार संहिता उल्लंघन की 2124 शिकायतें आईं, जिनमें से 752 को सही पाया गया और उनका निस्तारण कर दिया गया.
अवैध पोस्टर-बैनर की सबसे ज्यादा 859 शिकायतें दर्ज की गईं, इनमें से 612 सही पाई गईं और उन पर कार्रवाई की गई. इसी तरह 1138 शिकायतों को जिला स्तर पर समीक्षा के बाद बंद कर दिया गया. सबसे ज्यादा 280 शिकायतें टोंक जिले की आईं, जिनमें से 218 सही पाई गईं और निस्तारण का औसत समय 6 मिनट 15 सेकंड रहा.
जयपुर जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. राजधानी जयपुर ऐसा जिला है जहां जिला निर्वाचन अधिकारी पर जयपुर शहर और ग्रामीण के अलावा अन्य तीन लोकसभा सीटों की कुछ विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कराने की जिम्मेदारी है.
जयपुर शहर और ग्रामीण की 19 विधानसभा सीटों में से चार विधानसभा सीट अजमेर, दौसा, सीकर लोकसभा सीटों में आती हैं. ऐसे में इन चारों सीटों पर चुनाव कराने के लिए कार्मिक तो जिले के ही लगते हैं, लेकिन मतों का गणना का काम संबंधित लोकसभा क्षेत्र में ही होता है. ऐसे में इन विधानसभा सीटों से मत पेटियां संबंधित लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी जिला निर्वाचन की होती है.