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सप्त सागर का रिकार्ड तोड़ पूजन-पालीवाल मातृशक्तियों की उमड़ी भीड़

इंदौर Published by: Sunil Paliwal, Kailash Paliwal, Mahesh Joshi... ✍ Updated Mon, 24 Sep 2018 05:14 PM
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सप्त सागर का रिकार्ड तोड़ पूजन-पालीवाल मातृशक्तियों की उमड़ी भीड़
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इंदौर। पालीवाल ब्राह्मण समाज 24 श्रेणी इंदौर के तत्वाधान में पालीवाल समाज की मातृशक्तियों ने अपनी ताकत का इजहार करते हुए रिकार्ड तोड़ सप्त सागर का पूजन कर समाज में पिछला रिकार्ड ध्वस्त करते हुए ऐतिहासिक आयोजन लेक व्यू पैलेस पिपल्याहाना इंदौर की चर्चा इंदौर से लेकर मेंवाड़ तक होती रही। लेक व्यू पैलेस पिपल्याहाना इंदौर से लगभग 8 से 10 कि.मी. की दुरी पर होने के बाद भी समाज की मातृशक्तियों की हिम्मत को दाद देना पड़ेगी। इतनी दुरी होने के बाद भी मातृशक्तियों ने बड़ी कुशलता से सफल आयोजन में भागीदारी करते हुए दिखा दिया कि हम भी किसी से कम नहीं है। मातृशक्तियों ने अपने-अपने पति देव के साथ पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य किया गया। साथ ही सप्त सागरों पर भी पूजन कर सागर व जलदेवता को नमन किया गया। अपने स्तर पर सप्त सागरों के उद्धार का संकल्प भी लिया। पंचरत्न, महिला के श्रृंगार की सभी वस्तुएँ एवं महिला के वस्त्रों का भी दान किया।

सप्त पूजन वास्तव में अपने आप में अनोखी

इस आयोजन के सूत्रधार श्रीमती जमना जोशी (बैनी मासी) ने पालीवाल वाणी को चर्चा के दौरान बताया कि सप्त पूजन में विभिन्न जगह से पधारी हमारी बहनों ने कार्यक्रम में व्यवस्थित तरीके से पूजा की साम्रगी सजाई गई जो तारीफे काबिल थी। इसी तरह रीना जोशी ने कहा कि मेरा प्रथम बार इस आयोजन में आने का अवसर मिला...सप्त पूजन वास्तव में अपने आप में अनोखी थी। वही विशेष रूप से राधा जोशी, सोनली जोशी, संगीता पालीवाल, ममता जोशी, भाजपा नेत्री सुनीता पालीवाल, विध्या मेहता, प्रभा जोशी, ममता पुरोहित, कुसुम जोशी, अनिता पालीवाल, गंगा पुरोहित ने पालीवाल वाणी टीम से बात करते हुए कहा कि इस अद्भूत सप्त पूजन का कार्यक्रम की प्रशंसा करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है।

सभी सहयोगकर्ता का माना आभार

श्रीमती जमना जोशी (बैनी मासी), मीना जोशी ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि हमने ऐसा कार्यक्रम अभी तक नहीं देखा। मातृशक्तियों ने कहा कि इस आयोजन की सफलता के पीछे वरिष्ठजनों का आशीवाद, मुख्य कार्यकारिणी की पूरी टीम, पालीवाल उत्सव कमेटी, पालीवाल नवयुवक मंडल, पालीवाल जय अंबे ग्रुप, पालीवाल नवयुवक मंड़ल पेड़ी के जिम्मेदारों ने अपना आयोजन समझकर मातृशक्तियों को आगे बढ़ाने में संगठन का पूर्ण सहयोग दिया। हम सभी मातृशक्ति इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उनके आभारी है।

सप्त सागर पूजन के दौरान भीड़ उमड़ी

अधिकमास में सप्त पूजन-दर्शन करने के लिए मातृशक्तियों की अच्छी-खासी भीड़ ने आयोजनकर्ता का दिल गद्-गद् कर दिया। समाजबंधुओं की अपार भीड़ ने विशाल पांडाल को भी छोटा कर दिया। पार्किंग स्थल भी हाउसफूल हो गए। इस दौरान पधारे समाजजनों ने भी सप्त सागर पूजन कर पूण्यफल लेने से पीछे नहीं रहे। आयोजन स्थल पर सुबह से अच्छी खासी भीड़ के नजारें देखने को मिले। पालीवाल समाज 24 श्रेणी इंदौर अध्यक्ष मुकेश जोशी, उपाध्यक्ष प्रकाश जोशी, सचिव राकेश जोशी सहित ललित पुरोहित, रमेश उपाध्यक्ष, कैलाश पुरोहित, मनोज जोशी (दरबार), लक्ष्मण जोशी, प्रभुलाल पालीवाल, गोविंद जोशी, मुन्ना जोशी, कैलाश पालीवाल, किशन जोशी (गुरू), पप्पू जोशी, सतीश जोशी, सुरज जोशी, सुखदेव जोशी, बंशी जोशी, हीरालाल जोशी, धर्मनारायण पालीवाल, नरेश उपाध्याय, रोहित पालीवाल, अखिलेश जोशी, गणेश बागोरा, उमेश पुरोहित, योगेश जोशी, नितिन जोशी, शैलेन्द्र जोशी सहित कई लोगों का सक्रिय योगदान रहा।

सप्त सागर क्यों

पंड़ित भरत जोशी (भानू), पंड़ित हेमंत जोशी के अनुसार अधिकमास को पुरूषोत्तम मास कहा जाता है। इसमें धर्म कार्य का महापुण्य प्राप्त होता है। सप्त सागरों के तीर्थाटन के साथ अलग-अलग दान की महिमा का वर्णन है। सात सागर ओर अर्पण की जाने वाली साम्रगी अधिकमास में सप्त सागरों के पूजन का विषेष महत्व है। पुरूषोत्तम मास में जहां दान, धर्म आदि करने का वर्णन सादियों से पुराणों में किया गया हैं। वही विभिन्न यात्राएं भी इसी माह में होती है। नौ नारायण यात्रा प्रमुख है वही सप्त सागर का पूजन की महिमा की बात ही किया।

धर्म के मान से धार्मिक यात्रा का महत्व

अधिकमास का महत्व मानने वाले धर्म के मान से धार्मिक यात्रा करते हैं। इसमें सबसे ज्यादा उज्जैन के सप्तसागर, नौ नारायण और चौरासी महादेव की यात्रा फलदायी बताई गई है। सप्त सागर दर्शन के स्थान एवं दान सामग्री की जानकारी। यहाँ पंचरत्न, महिला के श्रृंगार की सभी वस्तुएँ एवं महिला के वस्त्रों का दान किया जाता है। पूजन सामग्री में जल, पंचामृत, जनेऊ (यज्ञोपवीत), चंदन, अबीर, गुलाल, अक्षत, कुंकू, प्रसाद, दीपक, माचिस, अगरबत्ती, धूपबत्ती, नाड़ा, रजत बिल्वपत्र, श्रीफल, कर्पूर, दान-दक्षिणा भेंट इत्यादि, पूजा-पाठ पश्चात भूलचूक हेतु देव से क्षमा याचना मांगने जाने-अनजाने में किसी भी प्रकार की गलतियों पर देव क्षमा कर देते है।


पालीवाल वाणी समूह ने किया स्वागत

पालीवाल वाणी के संपादक सुनील पालीवाल, अनिल बागोरा, महेश जोशी, ललित पुरोहित, नितेश दवे, गितेश दवे, गोलु जोशी, सांई भक्त राजेन्द्र जोशी, सोनाली जोशी, संगीता पालीवाल, ममता जोशी, राधा जोशी, विध्या मेहता ने पालीवाल वाणी समाचार पत्र के मंच से सप्त सागर पूजा-अर्चना के दौरान भव्य शोभायात्रा में स्वागत किया। इस दौरान कई संगठनों ने भी अपने-अपने मंच लगाकर जोरदार स्वागत किया।

पालीवाल वाणी ब्यूरो- Sunil Paliwal, Kailash Paliwal, Mahesh Joshi... ✍
फोटो :- Anil Bagora, Sangeeta Joshi, Sangeeta Paliwal
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