एप डाउनलोड करें

पालीवाल गौरव : शासकीय विभाग में उत्कर्ष जोशी-प्रखर जोशी सगे भाइयों का चयन होने पर रचा एक नया कीर्तिमान

इंदौर Published by: Anil Bagora Updated Thu, 25 May 2023 12:47 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

इंदौर : (Anil Bagora...✍️)

पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर के जाबांज समाजसेवी श्री मोहन लाल जी जोशी (ग्राम.आमली) के पौते उत्कर्ष पिता कैलाश जोशी एवं प्रखर कैलाश जोशी के दोनों सगे भाइयों ने इंदौर में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. युवा गोताखोर ने वैसे तो देश-विदेश में समाज और परिजनों का नाम हमेशा बुलंदियों के शिखर पर पहुंचाया ही है, मगर इस बार परिवार में दोनों भाईयों ने शासकीय नौकरी में अपना परचम स्थापित कर दिया. 

काका ग्रुप के श्री मनीष जोशी (काका) ने पालीवाल वाणी को जानकारी देते हुए बताया कि पालीवाल समाज के युवा गोताखोर उत्कर्ष कैलाश जोशी भारतीय सेना के अभिन्न अंग सीमा सुरक्षा बल में कॉन्स्टेबल के पद पर ओर प्रखर कैलाश जोशी भारतीय रेलवे में जूनियर क्लर्क के पद पर शासकीय नियुक्तियां एक साथ मिलने से समाज और परिजनों में खुशियों की लहर छा गई. 

बताया जाता है कि संभवत : पालीवाल समाज इंदौर के इतिहास में यह पहला मौका है, जब एक ही खेल में दो सगे भाइयों को उनके उत्कृष्ट खेल के आधार पर सेंट्रल गवर्मेंट के बीसीएफ ओर रेलवे विभाग की ओर से एक साथ नियुक्तियां मिली हो. 

इन दोनों भाइयों के प्रशिक्षक पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर के समाजसेवी एवं राष्ट्रीय कोच श्री रमेश जी व्यास (ग्राम. जावड़) की अहम भूमिका रही. दोनों भाइयों की उपलब्धि में श्री रमेश जी व्यास का अति महत्वपूर्ण सराहनीय योगदान रहा है, जिन्होंने अपनी पारखी नजर से इन दोनों बच्चें को पहली ही नजर में पहचान कर इन्हें प्रशिक्षित करने का दायित्व अपने हाथों में लिया और आज इस ऊंचाई पर पहुंचाया दिया. 

  • उत्कर्ष जोशी : इन्होंने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओ में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए कुल 19 राष्ट्रीय स्तर के पदक प्राप्त किए हैं. जिसमें 8 स्वर्ण 5 रजत 6 कांस्य पदक अर्जित करने का रिकार्ड अपने नाम दर्ज किया.

  • प्रखर जोशी : इन्होंने राष्ट्रीय स्पर्धाओं में कुल 28 पदक प्राप्त किए हैं. जिसमें 12 स्वर्ण 12 रजत 4 कांस्य पदक हासिल करने का कीर्तिमान अपने नाम दर्ज किया.

राष्ट्रीय कोच श्री रमेश जी व्यास (ग्राम. जावड़) :

आप मध्यप्रदेश गोताखोरी 1968 से निरंतर कोच हैं. तथा आपके सानिध्य में मध्यप्रदेश गोताखोरी टीम 1968 से निरंतर पदक अर्जित करती आ रही हैं. आपके द्वारा कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किए गए. जिन्होंने देश और विदेश में मध्य प्रदेश का परचम फहराया. 

आपको मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 1996 में तैराकी का पहला विश्वामित्र अवार्ड राज्यपाल श्री महावीर जी द्वारा दिया गया. आपने पालीवाल समाज ओर अन्य समाज के अनेक युवाओं को प्रशिक्षित किया. जो आज कई सरकारी डिपार्टमेंट में कार्यरत होकर समाज और परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं. जोशी परिवार ने कहा कि आपके कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा दिए योगदान को भुलाया नही जा सकता हैं. 

बता दे कि : दोनो भाइयो ने असम में आयोजित 75 वी राष्ट्रीय सीनियर गोताखोरी प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर 74 वर्षो में पहली बार एक साथ दो पदक दिलवाकर मध्य प्रदेश में इतिहास रचा था. 

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next