अनिल पुरोहित
इंदौर. गुरुवार को विजयादशमी पर श्री बंगाली समाज स्वर्णकार समिति द्वारा देवी देवताओं की प्रतिमाओं को अभिजात्य मुहूर्त में विसर्जन के लिए धूमधाम से विदा किया गया. इससे पूर्व बंगाली समाज की महिलाओं ने माता को सिंदूर अर्पित कर अखंड सौभाग्य की कामना की.
बंगाली समाज स्वर्णकार समिति अध्यक्ष नीमाई चांद बैरा और सचिव विद्युत सांतरा ने बताया कि पुरोहित तापस पंडित के मार्गदर्शन में माता विसर्जन के पूर्व पूजन और बंगाली समाज की महिलाओं द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में सिंदूर खेला की रस्म निभाई गई, जिसमें देवी दुर्गा को सिंदूर अर्पित किया गया और फिर आपस में एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर पति की लंबी उम्र और सौभाग्य की कामना की गई.
यह रस्म दुर्गा पूजा के समापन पर होती है और मां दुर्गा की विदाई का प्रतीक है, साथ ही यह समाज में महिलाओं की एकजुटता और प्रेम को भी दर्शाती है. सिंदूर खेला के बाद बंगाली समाजजनों ने पारम्परिक वाद्य यंत्रों पर नृत्य कर माता की आराधना की. इस मौके पर उपाध्यक्ष मृगेंद्र सामंत, सहसचिव अरुण पात्र, कोषाध्यक्ष विश्वजीत सामई, सहकोषध्यक्ष अविजित माईती, कार्यकारिणी सदस्य नृपेंन सामंत, प्रदीप माईती, दीपक समाई, विजय माजी, निताई शासमल और देवदास देवप्रधान प्रमुख रूप से उपस्थित थे.