इंदौर :
शुक्रवार को पंचमी और आयुष्मान महायोग में भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए महामृत्युंज मंत्रों से विशेष आहुतियां दी गई. यज्ञशाला स्वाहाकार से गूंज उठी. विश्व ब्राह्मण समाज महासंघ के अध्यक्ष और प्रमुख यजमान पं. योगेंद्र महंत ने पालीवाल वाणी को बताया आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा ‘वैदिक’ के आचार्यत्व में 11 विद्वानों की उपस्थिति में यह अनुष्ठान चल रहा है. अच्छी बारिश और खुशहाली के लिए यह अनुष्ठान किया जा रहा है. अनुष्ठान में श्रीमहंत प्रवीणानंद महाराज, परशुराम कथा प्रवक्ता पं. रमेश शर्मा विशेष रूप से शामिल हुए और आहुतियां दी.
खास बात यह है कि महारुद्र अभिषेकात्मक और हवनात्मक दोनों हो रहा है. एक और जहां भगवान आशुतोष पर अखंड जलधारा समर्पित की जा रही है. वहीं, दूसरी और 11 विद्वान मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां दे रहे है. इसके साथ ही प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्रों से भी आहुतियां दी जा रही है. 11 दिनी अनुष्ठान में 2.21 लाख से ज्यादा आहुतियां दी जाएगी.
महारुद्र महायज्ञ में द्वादश लिंगतो भद्र मंडल आकर्षण का केंद्र है. इस भद्र मंडल में शिवजी के विशेष गणों की पूजा के साथ 33 कोटि देवताओं की स्थापना की गई है. 12 ज्योतिर्लिंग की स्थापना व पूजन प्रतिदिन विद्वानों के सान्निध्य में किया जा रहा है.
14 जुलाई 2023 शिव प्रदोष को अभिजीत मुहूर्त में संत महात्माओं और विद्वानों की उपस्थिति में पूर्णाहुति होगी. महायज्ञ में पं. नंदकिशोर शास्त्री पंडित हितेश व्यास, पं. राजेंद्र शर्मा, पं. शिवशंकर शास्त्री पं. कृष्ण कांत शास्त्री ,पंडित पावन शर्मा आदि विद्वान भाग ले रहे है. श्रावण के पहले सोमवार पर 10 जुलाई 2023 को पार्थिव शिवलिंग निर्माण और अभिषेक भी किया जाएगा.