इंदौर. आईसीआईसीआई बैंक इंदौर के कर्मचारियों के द्वारा करोडो का फ्रॉड कर कई लोगो के खातों से ऑनलाइन शॉपिंग (Shopping Online) कर ली गई. पुलिस ने मामले में इंदौर सहित कई अन्य राज्यों के व्यापारियों से धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घटना में प्रयुक्त सिमकार्ड की लोकेशन आंध्रा आये इसके लिए एक साथी को फ्लाइट से आंध्र प्रदेश भेजा था.
मध्य प्रदेश के इंदौर में आईसीआईसीआई (Indore ICICI Bank) में करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. विजयनगर इलाके में स्थित बैंक में यह चोरी की गई है. वारदात को अंजाम देने वाले और कोई नहीं बल्कि 2 रिलेशनशिप मैनेजर निकले, जिन्होंने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी का फायदा उठाया और ग्राहकों के खाते से रकम निकाल ली. इन पैसों से सभी ने अय्याशी की और 52 लाख रुपए खर्च कर दिए. पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, बैंक के कर्मचारियों ने सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी का फायदा उठाकर ग्राहकों के खातों से रकम निकाल ली. इस गड़बड़ी के चलते बैंक के लॉगिन सॉफ्टवेयर में खरीदारी के दौरान भेजा जाने वाला ओटीपी दिखाई देने लगा. इसका इस्तेमाल कर रिलेशन मैनेजर कमल कुमावत ने 52 लाख रुपए के गिफ्ट वाउचर, मोबाइल फोन और अन्य सामान खरीदे, कमल कुमावत, स्टालिन जैकब, अभिषेक मालवीय, लवदीप, अरुनु और कृष्ण ठाकुर ने फर्जी सिम कार्ड का भी इस्तेमाल किया था.
पुलिस ने बताया कि आरोपी ज्यादा पैसा कमाने की लालच में इस धोखाधड़ी में शामिल हुए. बैंक ने अपने सर्वर से डिजिटल सबूत और अन्य जानकारी उपलब्ध कराई, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई. इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. बैंक से सॉफ्टवेयर गड़बड़ी को लेकर पूछताछ जारी है.
पकड़े गए आरोपियों ने ऑनलाइन शॉपिंग से 16 एप्पल मोबाइल, 24 सैमसंग अल्ट्रा और E गोल्ड खरीदा था. खरीदा गया माल लगभग 19 लाख 74 हजार 500 रुपए का है. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. वहीं करोड़ रुपए की धनराशि साइबर सेल के माध्यम से अकाउंट धारकों के मोबाइल में वापस भी कराई गई है.
हालांकि पूरे मामले में कहीं ना कहीं बैंक के सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी इस धोखाधड़ी का बड़ा कारण बनी थी. जिसके कारण बैंक के दो रिलेशन मैनेजर ने फायदा उठाकर अकाउंट धारकों के अकाउंट से करोड़ों रुपए की राशि निकाल ली थी. विजयनगर पुलिस पकड़े गए आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
इसके बाद आरोपियों ने तेलंगाना के एक व्यक्ति से मोबाईल नंबर इस्तेमाल करने के लिए सिम खरीदी, और उसी सिम पर ओटीपी बुलाकर ऑनलाइन खरीदी कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने अपने एक परिचित को सिम लेकर तेलंगाना भेजा और वहा पर सिम नष्ट करवाई गयी. ताकि पुलिस को लगे की अपराधी वहा के है, लेकिन पुलिस की जांच में सभी आरोपी पकड़ा गए. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों से आर्डर किया गया सामान और केश बरामद किया है.