इन्दौर : मध्य प्रदेश में 17 नवंबर 2023 को विधानसभा निर्वाचन के लिए मतदान होना है, भाजपा, कांग्रेस मध्यप्रदेश में दो प्रमुख दल है। जहां दोनो दलों के प्रत्याशियों की सूची आने के बाद कई सामाजों में रोष है। इसी क्रम में अखिल भारतीय कोली समाज की मध्यप्रदेश शाखा के कोरी/कोली समाज के पदाधिकारियों ने इंदौर में एक प्रेस वार्ता ली और भाजपा और कांग्रेस पर समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया।
समाज के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन सिंह शाक्यवार, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश महावर कोली, महामंत्री आनंद वर्मा, एवं राष्ट्रीय सचिव टी. सी. शाक्यवाल सहित अन्य लोगों ने प्रेस वार्ता ली और बताया की चुनाव नजदीक है और दोनो दलों ने समाज का अपमान किया है। उनका कहना है की भाजपा ने 2 विधायकों जिनमें हटा से पुरषोत्तम एल तंतुवाय और सारंगपुर से कुंवरजी कोठार का टिकट काट दिया गया और कोली कोरी समाज के अन्य को टिकिट नहीं दिया गया। वही कांग्रेस ने चंदेल से हरप्रशाद को टिकिट दिया है, याने के 75 लाख से अधिक कोरी कोली समाज के लोगों के समाज को 1 टिकट दिया है। उन्होंने बताया की bsp ने इंदौर 4 से सत्यनारायण बिन्दौरिया को टिकिट दिया है। समाज के लोगों ने कहा की समाज के लोग आगामी 30 अक्टूबर को एक बैठक रखेंगे और यह तय किया जाएगा की समाज किसके साथ है।
समाज के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुनसिंह शाक्यवार ने कहा विधानसभा चुनाव के चलते भाजपा और कांग्रेस ने कोली / कोरी समाज की घोर उपेक्षा की है, जबकि 1857 की क्रांति हो या कारगिल युद्ध से वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल/सेना में सेवा कार्य तक हो, वर्तमान में समाज का म प्र के 45 जिलों में संगठनात्मक ढांचा खड़ा है और सामाजिक, सांस्कृतिक व जनकार्यो में सहभागिता कर रहा है।
समाज वर्तमान में भी वस्त्र उद्योग व विभिन्न व्यवसायों, शासकीय सेवाओ में रह प्रदेश की तरक्की में सहभागिता निभा रहा है...पूर्व में समाज म प्र में सांसद व 6-7 विधायक के रूप में दोनों राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर चुका है. इस सबके उपरांत प्रदेश में मुख्य राजनीतिक दल कांग्रेस व भाजपा द्वारा प्रत्याशी चयन में समाज की घोर उपेक्षा कर एक भी टिकट नहीं दिया है जबकि विभिन्न सर्वे में गोहद, गुना, गुढ़ सहित प्रदेश की 5-6 विधानसभा में से समाज बंधुओं का नाम प्राथमिकता से दिया गया था, उस सर्वे को भी दरकिनार कर दिया गया एवं सर्वे का ही हवाला देकर 2 वर्तमान विधायकों के टिकट भी भाजपा द्वारा काट दिए गए, इस राजनीतिक उपेक्षा से प्रदेश के समाजजनों में रोष काफी व्याप्त है और हम समाज की भावना से राजनीतिक दलों को इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अवगत करा रहे हैं, और समय आने पर हम इसका करारा जवाब भी देने की रणनीति बना रहे हैं।
इधर समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने कहा कि कोली समाज प्राचीन काल का वैभवशाली शासक समाज रहा है, इस समाज का गुजरात में राजनैतिक प्रभुत्व है, वहां 32 एम एल ए एवं 4 मंत्री हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में समाज की घोर उपेक्षा हो रही है, इसी उपेक्षा के खिलाफ समाज ने इन्दौर और ग्वालियर में महापौर प्रत्याशी उतार कर अपनी ताकत का एहसास राजनैतिक पार्टियों को कराया था। महावर ने कहा कि अभी टिकिट का समय निकल गया है, अब हमारी राजनैतिक दलों से मांगा है कि सरकार में समाज के प्रतिनिधियों को आयोग, निगम, मंडल आदि में उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कोषाध्यक्ष दिनेश शाक्यवाल, दिलीप खंडेलवाल, मोहन रठा, विजय धीमान, अजय मालवीय, प्रहलाद टाटवाल , सुनील अस्टोलिया, केशव वर्मा, शैलेन्द्र वर्मा, महेश वर्मा, विजय वर्मा, सोहन धीमान, संदीप धीमान, शिव दर्शन वर्मा, सुनील धीमान, कमल धीमान सहित बहुतायत में समाजजन उपस्थिति थे !!