नशीला पदार्थ खिलाया मारने से पहले : ‘मिरर’ की रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने इस मामले में 28 वर्षीय क्रिस्टियन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. पति की दूसरी महिला के साथ तस्वीर देखने के बाद क्रिस्टियन ने 3 सितंबर 2020 को जर्मनी के सोलिंगन में अपने पांच बच्चों का मार डाला था. पुलिस ने कोर्ट में बताया कि सभी बच्चों की उम्र 11 वर्ष से कम थी. बच्चों की बाथटब में डूबने या दम घुटने से मौत हुई. इससे पहले उन्हें नशीला पदार्थ खिलाया गया था.
इस वजह से बच गई बड़े बेटे की जान : वारदात को अंजाम देने के बाद क्रिस्टियन ने बच्चों के शवों को तौलिये में लपेटकर बिस्तर में रख दिया था. जिस वक्त यह वारदात हुई क्रिस्टियन का बड़ा बेटा घर पर नहीं था, इसलिए उसकी जान बच गई. बच्चों को मारने के बाद क्रिस्टियन ने खुद भी जान देने का प्रयास किया. वो डसेलडोर्फ सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन के सामने कूद गई, लेकिन किसी तरह उसकी जान बच गई.
40 से ज्यादा लोगों ने दी कोर्ट में गवाही : जांच टीम का दावा है कि क्रिस्टियन ने अपने पति की तस्वीर दूसरी महिला के साथ देखी थी. उसे पति के दूसरी महिला से संबंध होने का शक था. क्रिस्टियन ने हत्याओं को अंजाम देने के बाद पति को मैसेज भेज था कि वह अब कभी अपने बच्चों को नहीं देख सकेगा. कोर्ट ने क्रिस्टियन को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है.. मुकदमे के दौरान कोर्ट ने 40 से अधिक गवाहों को सुना. वहीं, इकलौते जीवित बेटे को उसकी दादी की देखरेख में भेज दिया गया है.
बच्चों की मौत के बाद मां की मानसिक हालत खराब : बच्चों की मौत के बाद मां क्रिस्टियन की मानसिक हालत खराब हो गई. क्रिस्टियन ने खुद को मारने के लिए डसेलडोर्फ सेंट्रल स्टेशन में एक ट्रेन के सामने गई. लेकिन वहां बच गई. कोर्ट ने एक साइकेस्ट्रिस्ट को नियुक्त किया. हालांकि उस वक्त ऐसे कोई सबूत नहीं मिला कि उसे समय कोई गंभीर मानसिक दिक्कत थी. कोर्ट में क्रिस्टियन ने बताया कि एक अजनबी उसके घर में घुस गया. उसने उसे हथकड़ी लगा दी और बच्चों को मार डाला. क्रिस्टियन को दोषी पाए जाने और उम्रकैद की सजा सुनाए जाने से पहले कोर्ट ने सुनवाई के 20 दिनों के दौरान 40 से अधिक गवाहों को सुना. उसका जिंदा बेटा अपनी दादी की देखरेख में है.