नीम का नाम सुनते हैं मुंह में कड़वाहट महसूस होने लगती है। हम सभी नीम की पत्तियों के कड़वे स्वाद से अनजान नहीं हैं। आप जानते हैं कि नीम की ये कड़वी पत्तियां सेहत का ख़जाना है। औषधीय गुणों से भरपूर नीम की पत्तियां कई बीमारियों का उपचार करती हैं। नीम की पत्तियों का अगर रोजाना सेवन किया जाए तो इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता है और कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। बॉडी को संक्रमण से बचाने में नीम की पत्तियां बेहद असरदार हैं। नीम का इस्तेमाल स्किन की कई परेशानियों जैसे पिंपल्स ,एक्ने,दाग-धब्बे, टैनिंग,बेजान और ड्राई स्किन का उपचार करने में किया जाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक एंटीफंगल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर नीम का सेवन वायरल फीवर,सर्दी-खांसी,गले की खराश को दूर करने में किया जाए तो तुरंत राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि रोजाना नीम की 10-12 पत्तियों का सेवन करने से कौन-कौन सी बीमारियों का उपचार होता है।
खाली पेट नीम की पत्तियों का सेवन किया जाए तो गट की हेल्थ दुरुस्त रहती है। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमारी गट हेल्थ को बिगाड़ रहा है ऐसे में नीम की पत्तियों का सेवन गट को हेल्दी रखता है और बीमारियों से बचाव करता है।
खाली पेट नीम की पत्तियों का सेवन करने से लिवर की सेहत दुरुस्त रहती है। नीम की पत्तियों के सूजनरोधी गुण ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ते हैं जो मुक्त कणों के कारण होता है। ऑक्सीडेटिव तनाव लीवर के टिशू को नुकसान पहुंचाता है। लिवर को हेल्दी रखने में नीम की पत्तियां दवा की तरह असर करती हैं।
नीम का कड़वा स्वाद ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। जिन लोगों की ब्लड शुगर हाई रहती है वो रोजाना नीम के पत्तों का सेवन करें। आयुर्वेद के मुताबिक नीम की पत्तियों में तिक्त और कषाय रस पाया जाता है, जो शरीर के अंदर पहुंचकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
नीम की पत्तियों का सबसे आम उपयोग पेट से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में होता है। कब्ज और सूजन को दूर करने में नीम का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। नीम की पत्तियों में मौजूद फाइबर मल डिस्चार्ज करने में मदद करता है और सूजन से भी राहत दिलाता हैं।