वडोदरा :
गुजरात के वडोदरा जिले में बड़ा नाव हादसा सामने आया है. नाव में बैठकर झील में सैर करने गए बच्चों के वजन की वजह से अचानक नाव पलट गई, जिसके चलते कई बच्चे पानी में डूब गए. फिलहाल 14 बच्चों और दो टीचर्स के मरने की पुष्टि हो चुकी है. घटना के वक्त नाव में 23 बच्चे और टीचर सवार थे. एनडीआरएफ समेत पुलिस- प्रशासन मिलकर झील में डूबे बच्चों और टीचर्स को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
जानकारी के मुताबिक वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे बुधवार को एडवेंचर टूर पर हरणी झील पर पहुंचे थे. ग्रुप में कुल 27 लोग थे, जिनमें 23 स्टूडेंट्स और 4 टीचर्स थे. वहां पर बच्चे झील की सैर करने के लिए नाव पर सवार हुए. आरोप है कि झील में नौका संचालन का ठेका लेने वाले ठेकेदार ने नाव की क्षमता से कहीं ज्यादा 27 बच्चे उसमें बिठा दिए. यही नहीं, भारी लापरवाही करते हुए किसी भी बच्चे को लाइफ जैकेट नहीं पहनाया गया.
इसके बाद नाव जैसे ही झील में पहुंची तो ज्यादा वजन की वजह से डगमगाने लगी. इससे बच्चे घबरा गए और शोर मचाने लगे. इस अफरा-तफरी की वजह से नाव का बैलेंस पूरी तरह बिगड़ गया और वह पलट गई. लाइफ जैकेट न होने की वजह से बच्चे और टीचर्स एक-एक करके उसमें डूबने लगे. फिलहाल 14 बच्चों और दो टीचर्स की मौत की पुष्टि हो चुकी है. घटना में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
वडोदरा की हरणी झील में हुए इस हादसे पर पीएम मोदी ने गहरा दुख जताया है. पीएम मोदी ने पोस्ट लिखकर कहा, इस दुखदपूर्ण घटना के बारे में जानकर बेहद व्यथित हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी सांत्वनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद करता हूं. स्थानीय प्रशासन सभी जरूरी मदद पहुंचा रहा है. मृतकों के परिजनों को पीएम राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से 2 लाख और घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जा रहा है.
हरणी झील में हुए हादसे पर सीएम भूपेंद्र पटेल ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत हृदय विदारक है. उन्होंने मृत बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है. साथ ही भगवान से पीड़ित परिवारों को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है. घटना के बाद से ठेकेदार मौके से लापता बताया जा रहा है. पुलिस टीम बच्चों को निकालने के साथ ही मामले की जांच में भी जुटी है.
(इनपुट)