नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी की मुश्किलें बढ़ गई है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार, 26 जुलाई को उनसे करीब छह घंटे तक पूछताछ की। वहीं 27 जुलाई को भी प्रवर्तन निदेशालय ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए तलब किया है।
इस बीच कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं ने सोनिया गांधी का बचाव करने के लिए कमान संभाल ली है। बता दें कि कांग्रेस में बागी गुट G 23 के दो बड़े नेता आनंद शर्मा और गुलाम नबी आजाद बुधवार, 27 जुलाई को भाजपा सरकार पर हमला करने की कमान संभालेंगे। गौरतलब है कि बागी गुट G 23 के प्रमुख चेहरे आजाद और शर्मा 2020 में 23 नेताओं के विरोध वाले पत्र के सामने आने के बाद से पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित नहीं कर रहे थे।
इसके अलावा ये दोनों नेता उस समय भी दिखाई नहीं दिये थे जब पार्टी ने पिछले महीने राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के दौरान कांग्रेस ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि अब से ईडी की पूछताछ के दौरान गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा पार्टी अध्यक्षा के बचाव में सामने आये हैं।
बता दें कि पिछले हफ्ते जब सोनिया को पहली बार ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था तो दोनों एआईसीसी मुख्यालय में भी थे। वहीं पार्टी के बचाव में इन दोनों नेताओं के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे।
सोनिया गांधी से ईडी ने मंगलवार को सुबह के सत्र में तीन घंटे और लंच के बाद भी लगभग तीन घंटे पूछताछ की थी। वहीं 26 जुलाई की शाम को सात बजे के बाद सोनिया गांधी पूछताछ खत्म होने के बाद ईडी कार्यालय से निकलीं थी। बता दें कि तीसरे दिन यानि बुधवार, 27 जुलाई को भी सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस प्रमोटेड यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड, जो नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिक है, में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है।