नई दिल्ली.
लोकसभा चुनाव बाद देश के करोड़ों लोग अपनी जेब ढीली करने को तैयार रहें. मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाने की पूरी तैयारी कर ली है. इसका सीधा मतलब है कि चुनावों के बाद मोबाइल रिचार्ज कराना महंगा हो जाएगा. कंपनियों ने इसकी पूरी तैयारी भी कर ली है और यह भी तय कर लिया है कि इस बार कितना पैसा बढ़ाया जाए. वहीं, वोडाफोन-आइडिया वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, तो ये भी अपने टैरिफ की कीमत तेजी से बढ़ा सकता है. लेकिन अभी तक कंपनियों की तरफ से इस पर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है.
देश में चुनावों की तैयारी शुरू हो चुकी है. लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज होने के बाद बहुत सारी खबरें सामने आ रही हैं. 19 अप्रैल 2024 से मतदान शुरू हो जाएगा और नतीजे 4 जून 2024 को आएंगे. लेकिन इस बीच मोबाइल टैरिफ को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दावा किया गया है कि चुनाव से पहले टैरिफ प्लान 15-17 प्रतिशत तक महंगा हो सकता है.
रिपोर्ट की मानें तो टेलीकॉम सेक्टर में टैरिफ की कीमत 15-17 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है. इसका सबसे ज्यादा फायदा भारती एयरटेल को होने वाला है. अगर ऐसा होता है तो इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है, क्योंकि रिचार्ज महंगे होंगे तो आपको खरीदने के लिए जेब भी ढीली करनी होगी. इससे पहले दिसंबर 2021 में टैरिफ में कंपनियों ने करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की थी.
अब बात करें कि आखिर किस कंपनी के रिचार्ज सबसे ज्यादा मंहगे हो सकते हैं तो अभी तक इस सवाल का तो जवाब नहीं है. लेकिन रिपोर्ट की मानें तो एयरटेल अपने टैरिफ में ज्यादा बढ़ोत्तरी कर सकता है. वहीं, वोडाफोन-आइडिया वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, तो ये भी अपने टैरिफ की कीमत तेजी से बढ़ा सकता है. लेकिन अभी तक कंपनियों की तरफ से इस पर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है.
रिपोर्ट में कहा गया कि हमें उम्मीद है कि चुनाव के बाद उद्योग 15-17 प्रतिशत शुल्क बढ़ोतरी करेगा. आखिरी बार दिसंबर, 2021 में शुल्क में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी. इसका मतलब है कि करीब 3 साल बाद टैरिफ में बढ़ोतरी की जाएगी. 17 फीसदी बढ़ोतरी का मतलब है कि अगर 300 का रिचार्ज अभी कराते हैं तो बढ़ोतरी के बाद यह 351 रुपये का हो जाएगा.