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GST : पनीर पर 5 पर्सेंट, बटर पर 12, मसाला पर 5, बताइए पनीर बटर मसाला पर कितना GST, ये है मैथ्स का नया सवाल, शशि थरूर ने शेयर किया मीम

दिल्ली Published by: Pushplata Updated Thu, 21 Jul 2022 05:32 PM
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दही, पनीर आदि जैसे पैकेज्ड दैनिक उपयोग में आने वाली खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक मीम शेयर करते हुए तंज कसा है। मीम शेयर करते हुए थरूर ने कहा कि मुझे नहीं पता लेकिन व्हाट्सएप फॉरवर्ड शानदार है क्योंकि यह जीएसटी लगाने की मूर्खता को दर्शाता है।

बता दें कि तिरुवनंतपुरम कांग्रेस सांसद द्वारा शेयर किए गये “व्हाट्सएप फॉरवर्ड” में पनीर सहित पैक्ड खाद्य पदार्थों को जीएसटी के तहत लाने पर पनीर बटर मसाला पर लगने वाली जीएसटी पूछी गई है।

दरअसल केंद्र सरकार ने हाल ही में रोज उपयोग होने वाले पैक्ड खाद्य पदार्थों पर 5जीएसटी लगाने का फैसला किया है। इसमें पैकेज्ड पनीर, दही और मसाला शामिल है। इसको लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने विरोध दर्ज कराया तो सोशल मीडिया यूजर्स भी इसमें पीछे नहीं रहे। एक मैसेज में लिखा गया कि यदि पनीर पर 5, मक्खन पर 12और मसाला पर 5है, तो फिर पनीर बटर मसाला पर क्या जीएसटी क्या होगा? इसी मैसेज को शशि थरूर ने भी शेयर कर लिखा कि मुझे नहीं पता कि ये शानदार व्हाट्सएप फॉरवर्ड कौन करता है लेकिन यह जीएसटी लगाने की मूर्खता को दर्शाता।

कांग्रेस ने भी GST लगाने पर सरकार पर हमला बोला:

बुधवार को कांग्रेस ने एक बयान में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह फैसला एकमत नहीं था। इसके लिए राज्य के वित्त मंत्रियों के साथ कोई विचार विमर्श नहीं हुआ। कांग्रेस ने कहा कि गरीब उपभोक्ताओं को पहले से पैक और लेबल वाले सामान खरीदने की इच्छा क्यों नहीं रखनी चाहिए?

बता दें कि सोमवार 18 जुलाई से सरकार ने पैकेज्ड और लेबलयुक्त दूध, दही, दाल, आटा जैसे रोजमर्रा के सामानों पर 5 फीसदी GST लागू करने का फैसला लिया है। ऐसे में इस फैसले का असर आम आदमी के खर्च पर पड़ा है।

वित्त मंत्री ने दी सफाई:

पैक्ड खाद्य चीजों पर जीएसटी को लेकर मचे बवाल के बीच वित्त निर्मला सीतारमण ने कई ट्वीट में सफाई देते हुए कहा, “दाल, गेहूं, राई, ओट्स, मकई, चावल, आटा, सूजी, बेसन, मूढ़ी, दही और लस्सी जैसे सामानों को खुले में बेचने पर उन पर किसी भी तरह का जीएसटी चार्ज नहीं लगेगा। मतलब अगर लोग इन्हें खुले में खरीदेंगे तो किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगेगा।”

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