उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे मर्डर केस का खुलासा किया है, जिसे जानकर हर किसी की रूह कांप गई। खुलासा हुआ है कि ट्रक के केबिन में बैठकर नफीस ने मनप्रीत को खूब बीयर पिलाई। फिर नशे की हालत में उसके ऊपर पहले लोहे की रॉड से हमला किया, बाद में लात मारकर ट्रक से नीचे फेंक दिया। इसके बाद ट्रक के पहिये से उसे आखिरी सांस तक कुचला। पुलिस ने नफीस को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद हत्याकांड का खुलासा कर दिया। हत्यारोपी को चालान कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
वहीं सोमवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि नेशनल हाईवे-74 पर अफजलगढ़ क्षेत्र में गांव जिकरी वाला के पास एक महिला का क्षत विक्षत शव मिला था। शव की पहचान मनप्रीत कौर पत्नी सुखबीर सिंह निवासी भीकमपुरी थाना बाजपुर जिला उधम सिंह नगर उत्तराखंड के रूप में हुई। मनप्रीत के पति ने नफीस अहमद पुत्र जमीर अहमद गांव मनियावाला थाना अफजलगढ़ के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने नफीस अहमद को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी निशानदेही पर महिला का आधार कार्ड और मोबाइल फोन समेत आला कत्ल लोहे की रॉड और ट्रक बरामद किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मनप्रीत के साथ उसके प्रेम संबंध थे, वह उसके साथ रहने की जिद कर रही थी। साथ नहीं रखने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी।
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इन संबंधों से तंग आए नफीस ने पीछा छुड़ाने के लिए योजना बनाई। वह मनप्रीत को काशीपुर छोड़ने के बहाने ट्रक में ले गया। दोनों ने अफजलगढ़ में खाना खाया। ट्रक के केबिन में नफीस ने मनप्रीत को बीयर पिलाई और खुद भी पी। नशे की हालत में मनप्रीत और नफीस के बीच कहासुनी हो गई। इसी दौरान उसने लोहे की रॉड से मनप्रीत पर हमला किया। इसके बाद लात मारकर ट्रक से नीचे फेंक दिया। हत्या को सड़क हादसे का रूप देने के लिए बार-बार ट्रक के पहिये से मनप्रीत के शव को कुचला। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, एसएसआई दिनेश कुमार शर्मा, एसआई प्रवीण मलिक आदि शामिल रहे।
अपने पति से अलग रह रही मनप्रीत की मुलाकात 2018 में काशीपुर में कपड़े की दुकान पर नफीस से हुई थी। नफीस ने तभी मोबाइल नंबर का आदान प्रदान किया। इसके बाद दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए। मनप्रीत लगातार उसके साथ रहने की जिद कर रही थी। जिससे बचने के लिए नफीस ने एक साल पहले कादराबाद के एक व्यक्ति से मनप्रीत की शादी कराई, लेकिन इसके 10 दिन बाद ही मनप्रीत वहां से लौट आई थी। इसके बावजूद नफीस लगातार मनप्रीत से संपर्क में बना रहा। वारदात वाले दिन भी नफीस उसे अफजलगढ़ लेकर आया था। अचानक एक फोन पर बात करने के बाद रात में 10:00 बजे वह काशीपुर लौटने की जिद करने लगी।
मनप्रीत के शव की शनाख्त हाथ पर गुदे हुए परबदीप कौर नाम की वजह से हुई थी। दरअसल, परबदीप मनप्रीत की आठ साल की बेटी है, जो अपने पिता सुखबीर सिंह निवासी भीकमपुरी थाना बाजपुर जिला उधम सिंह नगर के पास रहती है। मनप्रीत को अपनी बेटी से बेहद लगाव था, जिसने बेटी का नाम ही अपने हाथ पर गोदवा लिया था।
वहीं, ट्रक के केबिन में एक लोहे की पत्ती पर खून लगा हुआ था, इस पत्ती को पुलिस ने काट कर निकाल लिया है। ट्रक की बाईं खिड़की के नीचे और टायर के ऊपर भी एक लोहे की पत्ती पर खून के धब्बे मिले हैं, इन दो पत्तियों को फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है। मनप्रीत सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहती थी। उसने तमाम वीडियो अपलोड की। उसके फॉलोवर की संख्या भी काफी पहुंच गई थी। जांच के दौरान पुलिस को मिली उसकी कई वीडियो मिली हैं।