भोपाल. राजधानी भोपाल के समीप निपानिया जाट के गांव के पास सड़क दुर्घटना में घायल हुई महिला की मौत के बाद उसके परिजन ने हमीदिया अस्पताल में हंगामा कर दिया.
19 जनवरी 2025 को महिला के पति ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी पत्नी को जिंदा ही मर्चुरी में रखवा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि पत्नी की डीप फ्रीजर में सांस चल रही थी. मामले में पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए परिजनों को शांत कराया.
इस मामले में अस्पताल प्रबंधन कुछ भी बताने से कतराता रहा. पुलिस के अनुसार राजकुंवर पत्नी तुलाराम अहिरवार (35) अपने दो बच्चों के साथ मां से मिलने बैरसिया गई थी. शनिवार दोपहर राजकुंवर 16 साल के बेटे और 12 साल की बेटी के साथ एक्टिवा से रतन कॉलोनी स्थित घर लौट रही थीं. ईंटखेड़ी, निपानिया जाट के पास तेज रफ्तार बाइक ने एक्टिवा को जोरदार टक्कर मार दी.
हादसे में मां और दोनों बच्चे गंभीर घायल हो गए, जबकि बाइक सवार भाग निकला. पुलिस ने घायलों को हमीदिया भेज दिया था. यहां डॉक्टर ने राजकुंवर को मृत घोषित कर दिया, जबकि दोनों बच्चों को भर्ती किया गया. मृतक महिला के पति तुलाराम ने कहा कि हादसे के वक्त वह सीहोर में थे. एक्सिडेंट की सूचना मिलते ही तुरंत हमीदिया पहुंचे, वहां देखा कि बच्चे जख्मी हालत में थे. बच्चों से उनकी मां के बारे में पूछा तो उन्हें नहीं मालूम था.
स्टाफ भी कुछ नहीं बता रहा था. साले के बेटे ने बताया कि बुआ को मर्चुरी में भेज दिया. इसके बाद तुलाराम मर्चुरी में पहुंचे. उनका कहना है कि फ्रीजर में देखा तो उनकी पत्नी की सांसें चल रही थीं. नब्ज भी चल रही थी. सीने पर कान लगाकर चेक किया तो धड़कन भी चल रही थी. तुलाराम का कहना है कि इतनी जानकारी मुझे इसलिए है, क्योंकि मैं भी मेडिकल फील्ड से हूं और एम्स में टेक्नीशियन हूं. उनका आरोप है कि पत्नी को बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन आधे घंटे तक कोई नहीं आया, आखिर पत्नी ने दम तोड़ दिया.
महिला राजकुंवर को जिंदा ही मर्चुरी में रखने का आरोप लगाते हुए परिजन इमरजेंसी वार्ड के बाहर हंगामा करते हुए जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी. सभी लोग चक्काजाम की चेतावनी दे रहे थे. इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजन को समझाया. स्थिति को देखते हुए देर रात तक मौके पर पुलिस तैनात रही.