भोपाल. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने अपने कार्यकाल में जो फैसला लिया था उसे मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार (Goverment) ने बदल दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने CPA को बंद कराया था जिसे मोहन यादव दोबारा शुरू करेंगे.
शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में यह फैसला बदहाल सड़कों की समस्या के चलते लिया गया था. इसे विधानसभा चुनाव से पहले ही बंद कर दिया गया था. अप्रैल 2022 को सीपीए भंग कर दिया गया था और राजधानी भोपाल की सड़कों इमारत और पार्कों की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के पास चली गई थी.
लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक बार फिर इस बंद पड़ी योजना को शुरू करने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसके लिए केंद्रीय आवास और शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहरलाल खट्टर से इस संस्था को पुनर्जीवित करने और तकनीकी सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है. मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी जिसमें यह मदद मांगी गई है.
मोहन यादव ने बताया कि भोपाल नगर में राजधानी परियोजना प्रशासन (CPA) सड़कों, पार्कों और भवनों के निर्माण, विकास और रखरखाव के अलावा नजूल भूमि की सुरक्षा और विकास के कार्य करने वाली संस्था रही है. ऐसे में उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इस संस्था को पुनर्जीवित करने का आग्रह किया ताकि भविष्य में सीपीए फिर से भोपाल शहर की विकास गतिविधियों में योगदान दे सके. केंद्रीय मंत्री ने इस संबंध में राज्य शासन को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया.
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल (Bhopal) की सड़कों और पार्कों समेत तमाम विकास कार्यों की जिम्मेदारियों के लिए बनाया गए राजधानी परियोजना प्रशासन (CPA) को अगस्त 2021 में बंद करने का फैसला लिया था.