बाल झड़ने की समस्या आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति ग्रसित है। बाल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए दवा, तेल, शैंपू आदि कई तरह के और भी आयुर्वेदिक दवाइयों का उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है बाल झड़ने के पीछे आपकी कुंडली में ग्रहों की दशा हो खराब हो सकती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु ग्रह का संबंध सीधा बालों से होता है। इसके साथ ही यदि कुंडली में राहु ग्रह की स्थिति खराब हो जाती है, तो यह बालों के लिए अच्छा नहीं होता है। जिसके कारण बालों गिरने की समस्या होने लगती है। ऐसी मान्यता है कि जब तक कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी नहीं होती है, तब तक बाल गिरने की समस्या को रोकना मुश्किल हो जाता है। तो आइए जानते हैं बाल गिरने के कारण और उपाय के बारे में।
शास्त्र के अनुसार, जब किसी जातक की कुंडली में राहु, सूर्य के साथ विराजमान होता है, तब जातक को आंख और बाल झड़ने जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। इसके साथ ही व्यक्ति के कुंडली में सूर्य नीच राशि में मौजूद होता है तब जातक को बाल से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होने लगती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य छठे या आठवें भाव में होता है। तब उस समय जातक को बाल झड़ने या गिरने जैसी समस्या होने लगती है। इसके साथ ही जब कुंडली में राहु और केतु के साथ सूर्य एक साथ विराजमान होते हैं। तब उस समय बाल झड़ने जैसी समस्या शुरू होने लगती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी जातक के ग्रह दशा खराब होती है, तो इस स्थिति में हेयर फॉल जैसी समस्या होने लगती है। बाल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए सूर्य देव को तांबे के पात्र में जल से अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से बाल झड़ने की समस्या खत्म हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि जब व्यक्ति अपनी अनामिका उंगली में तांबे का छल्ला धारण करता है, तो इससे बाल झड़ने जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माणिक रत्न धारण करने से भी हेयर फॉल जैसी समस्या खत्म हो जाती है।
Note : यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते।