माँ लक्ष्मी की असीम कृपा से आपके घर-आंगन में सुख-समृद्धि, सौभाग्य एवं खुशियों का निरंतर प्रवाह बना रहे, यही प्रार्थना है।
आज 18 अक्तूबर 2025 को कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन खरीदारी और पूजा-पाठ के लिए बहुत शुभ होती है। आइये जानते हैं तिथि, पूजा विधि और खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर वाहन खरीदने का मुहूर्त
द्रिक पंचांग के मुताबिक, इस साल धनतेरस से लेकर भाई दूज तक वाहन खरीदने के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं बन रहा है। यानी इन दिनों में गाड़ी खरीदना शुभ नहीं माना गया है। हालांकि, अक्तूबर के अंत में कुछ अच्छे मुहूर्त उपलब्ध होंगे, जिनमें वाहन खरीदा जा सकता है। ये शुभ समय इस प्रकार हैं।
- 24 अक्तूबर 2025 (शुक्रवार) सुबह 06:28 बजे से 25 अक्तूबर 01:19 बजे तक
- 29 अक्तूबर 2025 (बुधवार) शाम 17:29 बजे से 30 अक्तूबर सुबह 06:32 बजे तक
- 30 अक्तूबर 2025 (गुरुवार) सुबह 06:32 बजे से 10:06 बजे तक
- 31 अक्तूबर 2025 (शुक्रवार) सुबह 10:03 बजे से 1 नवंबर 06:33 बजे तक
धनतेरस पर कितने दीपक जलाएं
धनतेरस की रात 13 दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन 13 दीपक बनाएं, हर एक में घी और बाती के साथ एक कौड़ी भी रखें। फिर इन दीपकों को घर के मुख्य द्वार या आंगन में जलाएं। इससे घर में धन की बढ़ोतरी होती है और भगवान कुबेर की खास कृपा बनी रहती है।
दिन का चौघड़िया
- शुभ-उत्तम- प्रातः 07:49 से प्रातः 09:15
- लाभ-उन्नति- दोपहर 01:32 से दोपहर 02:57
- अमृत-सर्वोत्तम- दोपहर 02:57 से सायं 04:23
- चर काल: दोपहर 12:06 से दोपहर 1:32
रात्रि का चौघड़िया
- लाभ-उन्नति- सायं 05:54 से सायं 07:28
- शुभ-उत्तम- रात्रि 09:02 से रात्रि 10:36
- अमृत-सर्वोत्तम-रात्रि 10:36 से 19 अक्टूबर को देर रात्रि 12:10 तक
- लाभ-उन्नति- प्रातः 04:52से 19 अक्टूबर को प्रातः 06:26
- धनतेरस पर सोने या चांदी के सिक्के खरीदना शुभ माना जाता है।
- इस दिन पीतल, तांबे या स्टील के बर्तन खरीदना समृद्धि और शुद्धता का प्रतीक माना गया है।
- धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीदना दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा को घर से बाहर करने का प्रतीक है।
- मोबाइल, लैपटॉप, टीवी, वॉशिंग मशीन जैसे घरेलू उपकरण इस दिन खरीदना शुभ फलदायी माना जाता है
- धनतेरस पर नया वाहन, स्कूटर, बाइक या कार आदि खरीदना भी शुभ माना जाता है।
भगवान धन्वंतरि मंत्र
ओम नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:
अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोग निवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धन्वंतरि स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नम:
धनतेरस के दिन मंत्र-जप
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
कमलगट्टे की माला से 108 बार जप करें...