शास्त्रों के अनुसार, कर्मफल दाता और न्याय के देवता शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। हर एक जातक की कुंडली में शनि की साढ़े साती और ढैय्या अवश्य लगती है, जिससे शारीरिक, मानसिक या फिर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 12 राशियों में कुछ ऐसी राशियां है जिसके ऊपर हमेशा भगवान शनि की हमेशा कृपा बनी रहती हैं। इन राशियों के जीवन में खुशियां बनी रहती है। अनेक बाधाओं को पार करके यह सफलता की ओर अग्रसर होते हैं। आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में जिनके ऊपर शनिदेव हमेशा मेहरबान रहते हैं।
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र है और इस ग्रह की शनि के साथ अच्छे संबंध है। दरअसल, ये दोनों ग्रह एक-दूसरे के परस्पर नैसर्गिक मित्र है। ऐसे स में शनिदेव वृषभ राशि के जातकों के ऊपर ज्यादा अशुभ प्रभाव नहीं डालते हैं। इस राशि के ऊपर किसी न किसी तरह से शनिदेव मेहरबान रहते हैं। शनि का वृषभ राशि में शुभ प्रभाव होने से जातक मंत्री पद और राजनीति में जल्द ही सफलता पाते हैं।
इस राशि के भी स्वामी शुक्र ग्रह है। इसके साथ ही शनि की उच्च राशि तुली है। ऐसे में इस राशि के जातकों के ऊपर भगवान शनि अति प्रसन्न रहते हैं। तुला राशि के लोगों को शनि साढ़े साती और ढैय्या तब तर परेशान नहीं करती है जब तक जातक की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति खराब नहीं होती है। इस राशि के जातकों को राजसत्ता प्राप्त होती है। समाज में मान-सम्मान के साथ पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जातक को विदेश से धन लाभ भी होता है।
मकर राशि के स्वामी शनिदेव है। ऐसे में इस राशि के ऊपर शनिदेव की विशेष कृपा होती है। साढ़े साती और ढैय्या के दुष्प्रभाव काफी कम होते हैं। इस राशि के जातकों के ऊपर शनिदेव की कृपा होने से अपार सफलता के साथ धन लाभ मिलता है। सामाजिक कार्यों में सम्मान मिलता है। इसके साथ ही व्यापार में चतुर, पद प्राप्त करने वाले होते हैं। अपरा संपत्ति की भी प्राप्ति होती है।
कुंभ राशि के जातकों के ऊपर भी भगवान शनि की अति कृपा होती है। इस राशि में शनिदेव की मूल त्रिकोण राशि है। इस राशि में शनिदेव सबसे ज्यादा मजबूत होते हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को समाज में मान-सम्मान भी मिलता है। शनि के प्रभाव से इस राशि के जातक हर काम के लिए जुनूनी होते हैं और उसमें सफलता भी पाते हैं।
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