आमेट :
तेरापंथ भवन में केंद्र द्वारा निर्देशित शिल्पशाला के अंतर्गत मासिक कार्यशाला का आयोजन साध्वी श्री कीर्तिलता ठाणा 4 के सानिध्य में तेरापंथ महिला मंडल आमेट के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी श्री जी ने नमस्कार महामंत्र से किया। तत्पश्चात महिला मंडल की बहनों ने मंगलाचरण से आगाज किया। साध्वी श्री कीर्तीलता ने हमें फरमाया कि हम केवल अपने मन की दो प्रतिशतशक्ति का ही उपयोग करते हैं। 98 प्रतिशत शक्तियां सुस्त पड़ी है।हमें अपनी सोई हुई आत्म शक्ति को विवेक और संकल्प द्वारा जागृत करनी चाहिए।
साध्वी श्री शांतिलता ने फरमाया कि जीव और अजीव दोनों में ही अनंत शक्ति होती है। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि अगर अजीव में शक्ति नहीं होती तो हम खाना खाकर या दूध पीकर कैसे पुस्ट हो जाते हैं। उन्होंने फरमाया कि जो अपने आप को अपनी सोई हुई शक्ति को जान लेता है।वह सब जान लेता है। आज की कार्यशाला की मुख्यवक्ता तेरापंथ प्रोफेशनल फॉरम राजसमंद की सहमंत्री आयुषी हिगड़ ने इस विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि जब हम दो प्रतिशत शक्ति का उपयोग करके इतना कुछ कर सकते हैं तो अगर हम अपनी 40 व 50 प्रतिशत शक्ति का उपयोग करके तो दुनिया में तहलका मचा सकते हैं।
जरूरत है कि हम अपनी शक्ति को जान पहचान उन्होंने कहा कि आत्म शक्ति को बढ़ाने के अनेक तरीके हैं। जैसे की नकारात्मक विचारों से दूर रहे। खुद के हुनर को पहचाने खुद पर विश्वास रखें तथा मौन और ध्यान के द्वारा अपनी आत्म शक्ति को बढ़ाएं। आभार ज्ञापन महिला मंडल अध्यक्ष संगीता पामेचा ने किया।कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल मंत्री हेमलता भंडारी ने किया। महिला मंडल द्वारा आयुषी हिंगड़ का ओपर्णा द्वारा सम्मान गेहरी देवी डांगी, महिला मंडल अध्यक्ष संगीता पामेचा,मंत्री हेमलता भंडारी ,नवोदिता बाफना ने किया। कार्यशाला मे अच्छी संख्या मे श्रावक- श्राविकाए उपस्थित रहे। कार्यक्रम की सूचना जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने दी।
M. Ajnabee, Kishan paliwal