आमेट. मानव गुणो से महान बनता है उम्र से नहीं, बिना ज्ञान और परमात्मा का नाम लिए प्राणी अपने जीवन को नहीं संवार पायेगा ! प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने आमेट में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहां कि मानव जीवन दुलर्भ है. पुन : मिलना कठिन है, परमात्मा का स्मरण करने पर ही जीवन की नया पार होगी. युवा प्रणेता महेश मुनि ने कहां चौरसी लाख योनियों मे मानव जीवन ही सर्वश्रेष्ठ है योनी है. शरीर को इसी से मुक्ति मिल पायेगी. रविन्द्र मुनि नानेश मुनि आदि संतो ने कहां कि आत्म और मनोबल मजूबत रखने वाला प्राणी अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है. प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने पालीवाल वाणी को बताया कि बुधवार को देवगढ़ से आमेट पधारने पर श्री संघ आमेट के अध्यक्ष सुरेन्द्र सूर्या, मंत्री राकेश हिरण, दिनेश सरनोत, चंदनमल बापना, नरेन्द्र बड़ोला, ख्यालीलाल चपलोत आदि श्रावको ने संतो के आगमन पर जयकारों के साथ अगवानी करते हुए संतो का अभिनंदन किया. एक जुलाई को संत शिरोमणी सुकन मुनि अपने शिष्यों के साथ मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि महाराज की जन्मभूमि लावा सरदारगढ़ मे पधारेंगे. वहां से भावा होते हुए कांकरोली पहुंचेंगे.