कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था। इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।
मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।
संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।
अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।
कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र के पतरसा गांव में सनसनीखेज वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया। अवैध संबंधों का विरोध करने पर पत्नी ने अपने प्रेमी, परिचित एक वकील और अन्य के साथ मिलकर पति को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। वारदात को अंजाम वकील के स्कूल के एक कमरे में दी गई।
पुलिस ने अधजली लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इसके साथ ही स्कूल मालिक वकील को गिरफ्तार कर लिया है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं। मृतक के भाई ने भाभी, उसके प्रेमी समेत चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
फतेहपुर के देवरी गांव के रहने वाले दयाराम सोनकर (45) कानपुर देहात के रसधान स्थित ग्राम्य विकास इंटर कॉलेज में समाजशास्त्र के टीचर थे। उनकी शादी साल 2009 में फतेहपुर के भैंसोली, बकेवर, जहानाबाद की रहने वाली संगीता से हुई थी।
उनका एक बेटा है। दयाराम परिवार के साथ रहते थे। मृतक के छोटे भाई अनुज के अनुसार, संगीता के बिधनू निवासी ढाबा मालिक पवन से प्रेम संबंध थे। भाई दयाराम ने 24 सितंबर 2023 को भाभी संगीता को पवन के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। तबसे संगीता बेटे को साथ लेकर अलग रहती थी।
अनुज के मुताबिक, उसकी ससुराल कानपुर देहात के रायपुर के पास जग्गूपुरवा में है। भाई के बर्रा में अकेले रहने के कारण उन्हें अपने साथ ही रख लिया था। वहीं से कॉलेज आना-जाना करते थे। आरोप है कि रविवार को संगीता ने दयाराम को फोन करके पतरसा गांव निवासी वकील संजीव कुमार के घर पर बात करने के लिए बुलाया। दयाराम सुबह पतरसा पहुंचे। दोपहर करीब 12 बजे दयाराम ने उन्हें फोन करके बताया कि संगीता, उसका प्रेमी पवन, वकील संजीव व एक अन्य ने उसे कमरे में बंद करके आग लगाकर भाग गए।
जब तक छोटा भाई मौके पर पहुंचा, पूरे कमरे में आग लग चुकी थी। किसी तरह से पानी और मौरंग डालकर आग बुझाई। अंदर जाकर देखा तो कमरे से लेकर बाहर तक धुआं ही धुआं भरा था, खिड़की को बोरे से ढका गया था, बोरे सुलग रहे थे। छोटे भाई की सूचना पर डीसीपी वेस्ट विजय ढुल, एडीसीपी वेस्ट आकाश पटेल, एसीपी पनकी टीबी सिंह, पनकी थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर भाई की शिकायत पर भवन स्वामी एडवोकेट को गिरफ्तार कर लिया है।