Pahalgam Attack News: पश्चीम बंगाल के महेशतला से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रहने वाली कोंकणा खातून नाम की एक महिला जो सात महीने की गर्भवती है ने अपने गायनेकोलॉजिस्ट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट के अनुसार शहर में एक हाई-राइज रेसिडेंसियल सोसाइटी में अपने पति शेख सैफुल्ला के साथ रहने वाली कोंकणा ने आरोप लगाया है कि महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंपाकली सरकार पर धार्मिक पूर्वाग्रह के कारण उसका इलाज करने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार दंपति ने गुरुवार को कथित भेदभाव की घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी अनुसार कथित तौर पर विवाद तब शुरू हुआ जब सोशल मीडिया पर एक फोटो और ऑडियो मैसेज वायरल हुआ, जिसमें डॉ. सरकार पर खातून का इलाज करने से इनकार करने का आरोप लगाया गया क्योंकि वह मुस्लिम हैं।
मैसेज में इस घटना को 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले से भी जोड़ा गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मैसेज में डॉ. सरकार का बहिष्कार करने का रिक्वेस्ट किया गया और एक स्थानीय प्राइवेट अस्पताल की भी पहचान की गई, जहां वह काम करती हैं।
हालांकि, ऑडियो वायरल होने के बाद अस्पताल के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस और साइबर अपराध विभाग दोनों के पास शिकायत दर्ज कराई, जिसमें वायरल ऑडियो को हटाने और उनकी भूमिका को साफ करने का रिक्वेस्ट किया गया। डॉ. सरकार, जो बेहाला में रहती हैं और कंसल्टेंसी के लिए महेशतला जाती हैं, ने भी आरोपों से इनकार किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि ऑडियो मैसेज के साथ छेड़छाड़ की गई है और उन्होंने अपने 30 साल के मेडिकल प्रैक्टिस के दौरान कभी भी किसी समुदाय के मरीजों के साथ भेदभाव नहीं किया है। उन्होंने मैसेज के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही।
कोंकणा के पति सैफुल्ला ने कहा कि डॉ. सरकार उसका इलाज कर रही थीं, जो सात महीने की गर्भवती है। उन्होंने दावा किया कि पहलगाम हमले के दो दिन बाद डॉक्टर ने उनकी पत्नी का पूरा नाम पूछा, फिर पहचान जानने के बाद उसका इलाज करने से इनकार कर दिया। सैफुल्ला ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. सरकार ने खातून से कहा कि हमले का दर्द वह तभी समझ पाएगी, जब उसके अपने पति की हत्या हो जाए।
इस घटना के बाद कोंकणा ने अपने पति को इसकी जानकारी दी और सैफुल्ला और डॉ. सरकार के बीच फोन पर तीखी बहस हुई। सैफुल्ला के अनुसार, डॉ. सरकार ने बाद में खातून को एक माफीनामा भेजा, जिसमें परेशान न किए जाने का अनुरोध किया गया। हालांकि, दंपति ने पुलिस शिकायत के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया, क्योंकि उन्हें लगा कि माफी काफी नहीं थी।