देवगढ़ :
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो द्वारा दीप प्रज्ज्वलन, सरस्वती वंदना कर किया गया. अतिथियो का तिलक, उपरणा द्वारा स्वागत कृष्णा शर्मा व भंवर सिंह द्वारा किया गया. विद्यालय के कार्यक्रम में माताआें की विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित की गयी. जिसमें मेहंदी प्रतियोगिता, बिंदी प्रतियोगिता, चम्मच रेस, कुर्सी रेस आदि प्रमुख रहे. विजेता को अतिथियो द्वारा सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि ने बताया कि माँ बालक की प्रथम गुरु होती हैं, माँ से ममता, ममत्व प्राप्त होता हैं, बालक माँ के संपर्क में अधिक रहता हैं, बालक का माँ से ज्यादा लगाव होता हैं, वह हर बात माँ को बताता है. उन्होंने माँ से जुड़ी बहुत ही सुंदर कविता सुनकर श्रोताओं का मन मोह लिया. विशिष्ट अतिथि लता शर्मा ने माँ से जुड़ी कविता सुनाकर माताओं का मन मोह लिया और बताया कि माँ बालक को गर्भाशय के समय से शिक्षा व संस्कार देना प्रारंभ कर देती हैं, जिससे बालक संस्कारी बनता है. विद्या भारती के विद्यालय ऐसी ही संस्कारी शिक्षा बालको को देते है. जिला शिशु वाटिका प्रभारी सरस्वती जोशी ने स्वर्ण प्रासन आयुर्वेदिक दवा की जानकारी दी.
कार्यक्रम मे विद्यालय के भैया बहिन द्वारा सुंदर कविता, कहानी, एकल गान, समूह गान, एकल नृत्य, समूह नृत्य प्रस्तुत किये गए. कार्यक्रम में 130 माताएं उपस्थित रही. कार्यक्रम के अंत मे विद्यालय प्रबंध समिति उपाध्यक्ष ने आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम मे सभी आचार्य दीदी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संयोजन दुर्गा व्यास ने किया.