राजसमंद। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने पुरातत्व,सार्वजनिक निर्माण विभाग, पर्यटन एवं जनप्रतिनिधियों के साथ जिले की ऐतिहासिक नो चौकी राजसमंद झील एवं ऐतिहासिक स्थलों का अवलोकन किया। नो चौकी पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने झील की क्षतिग्रस्त सीढ़ीयों की मरम्मत, गार्डन के विकास, सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यालय को अन्यत्र स्थनान्तरित कर पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने, केफेटेरिया लगाने, लाईट एवं साउण्ड कार्यक्रम शुरु करने तथा पाल को सुन्दर बनाने के लिए पुरातत्व अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। मंत्री के विस्तृत निर्देश पर अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि इसका नक्शा एवं प्लान उपलब्ध हो गया है और इन पर शीघ्र कार्यवाही शुरु हो जाएगी। राजसमन्द झील को सुन्दर पर्यटन की दृष्टि से सबसे श्रेष्ठ स्थल के रुप में विकसित करने के लिए मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्री से इस सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई है। मंत्री एवं अधिकारियों ने इसके पश्चात दयालशाह किला का अवलोकन किया तथा अन्नपूर्णा मन्दिर से नौचोकी एवं वहां से दयालशाह किला तक रोपवे चलाने के लिए उपयुक्त स्थल पाया। इरिगेशन पाल का निरिक्षण कर द्वारकाधीश मन्दिर के पीछे तक रिंगरोड़ बनाने, घाट को विकसित करने आदि पर भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए। भारतीय पुरातत्व विभाग के एडीजी ने पुरातत्व विभाग की परिसम्पत्तियों के रखरखाव एवं उन्हे पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर रहा है और नोचौकी सहित धार्मिक एवं पुरातत्व स्थलों पर प्राथमिकता से कार्यवाही होगी। इस अवसर पर नगरपरिषद सभापति सुरेश पालीवाल, महेश आचार्य, नगरपरिषद आयुक्त बृजेशरॉय, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता वर्मा, जेके टायर के प्रबन्धक थॉमस, सहायक पर्यटन अधिकारी सुजीत जोशी एवं अधिकारीगण मौजूद रहे। न्यूज सर्विस
फोटो राजसमंद। जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी अधिकारियों के साथ नोचौकी, दयालशाह किला, इरिगेशन पाल एवं पर्यटन स्थलों का अवलोकन करते हुए।