खेती-बारी नरेंद्र मोदी की सरकार का मानना है कि सिर्फ गांव में रहने वाले किसान ही खेती क्यों करें? शहरों में रहने वाले भी खेती करे। इसलिए खेती के नए—नए तरीको को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यही तो वजह है कि इस समय नए तरीके से खेती करने का चलन बढ़ रहा है। आपको जान कर हैरानी होगी कि आप अपने मकान की छत पर भी खेती कर सकते हैं। सिर्फ खेती ही नहीं, बल्कि लाभकारी खेती। अपने छत पर आप सब्जी उगा सकते हैं। फल उगा सकते हैं। फूल उगा सकते हैं। और, उसे बेच भी सकते हैं। जो शहरों में रहते हैं या जिनके पास खेत नहीं है, वे अपने मकान की छत पर भी फल, फूल और सब्जी की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
खेती की एक नई तकनीक आई है, हाइड्रोपॉनिक्स। इस तकनीक से खेती करने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होती है। इसमें फल, सब्जी और फूल को पानी के माध्यम से उगाया जाता है। मिट्टी में उगाए गए फसलों के मुकाबले में इनमें अधिक पोषक तत्व होते हैं। साथ ही पैदावार तेजी से बढ़ती भी है और चार से पांच गुना अधिक उपज होती है।
छत पर आप फल, फूल और सब्जी आसानी से उगा सकते हैं। अगर आप नई तकनीक के सहारे खेती कर रहे हैं तो आपको पैदावार अच्छी होगी, जिसे आप बाजार में बेच सकते हैं। इसके साथ ही आप तरह-तरह के पौधों को उगाकर बेच सकते हैं। उनका कहना है कि छत पर खेती कर आप अपने लिए न सिर्फ पोषक और शुद्ध खाद्य पदार्थ ही उगा सकते है, बल्कि आप मोटी कमाई भी कर सकते हैं। छत पर खेती आमतौर पर जैविक तरीके से होती है। इस कारण इनके दाम भी बाजार में अच्छे मिलते हैं।
गांवों में तेजी से खेती की जमीन कम हो रही है। परिवार बढ़ रहा है और बंटवारे की वजह से जोत छोटी हो रही है। शहर में तो खेती के लिए जमीन तो नहीं के बराबर बची है। लेकिन, फल और सब्जियों की मांग में कोई कमी नहीं हुई है बल्कि यह बढ़ती ही जा रही है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आम लोग से लेकर खेती के कारोबार से जुड़े लोग भी छत पर खेती करना शुरू कर रहे हैं। हाइड्रोपॉनिक्स तकनीक से फसल जल्द तैयार हो जाती है, जिससे आप कमाई तो ज्यादा करते ही हैं, साथ ही आप बाजार की मांग को भी पूरा करने में सक्षम होते हैं। हाइड्रोपॉनिक्स तकनीक से खेती करने के लिए आज बाजार में सब कुछ उपलब्ध है। इस काम में कई कंपनियां आगे आई हैं, जिनमें इफको किसान भी एक है। इस क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों से आपको शौकिया गार्डन से लेकर कमर्शियल फार्म तक स्थापित करने में मदद मिल सकती है।