एक अधिकारी ने बताया कि बड़ी संख्या में प्रदर्शकारी सड़क को जाम कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें दौड़ाया तो उनमें से कुछ रेलवे स्टेशन में घुस गए और ट्रेन पर पत्थर फेंकने लगे। प्लेटफॉर्म पर जो ट्रेन खड़ी थी उसमें तोड़फोड़ की गई। इसके चलते लालगोला लाइन पर सेवा रुक गई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना और मुर्शिदाबाद जिले में भी हिंसा हुई है।
एक दिन पहले हावड़ा में हिंसा हुई थी। इसके बाद मेदिनीपूरी में सियासी ड्रामा शुरू हो गया। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के लिए प्रशासन की तरफ से पत्र जारी किया गया और कहा गया कि वह हावड़ा न जाएं। वहीं अधिकारी इस बात पर अड़े थे कि हावड़ा जाना उनका अधिकार है क्योंकि वहां भाजपा के कार्यालय पर हमला किया गया है। उन्होंने पुलिस को चुनौती दी कि अगर उन्हें रोका गया तो वह कोर्ट चले जाएंगे।
इसी तरह का विवाद बंगाल भाजपा चीफ सुकांत मजूमदार को लेकर भी हुआ। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। टीएमसी का कहना है कि भाजपा नेता ऐसे संवेदनशील इलाकों में जाकर दंगा भड़काना चाहते हैं। वहीं पुलिस ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी को उनकी सुरक्षा की लिहाज से रोका गया। हावड़ा में धारा 144 लगाई गई है।