मैनपुरी : मैनपुरी जनपद में शादी के दौरान एक अजीब मामला सामने आया. बरनाहल थाना क्षेत्र में फेरों के समय मध्यस्थ द्वारा पैसे मांगने को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद जब दुल्हन और दूल्हे के अलग-अलग धर्म से होने की बात सामने आई तो वर पक्ष ने शादी से इंकार कर दिया. पुलिस ने मामले में दुल्हन के घरवालों को सूचित किया हैं.
फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज के बाछेमई निवासी सुजान सिंह और उनकी पत्नी गीता देवी लोगों की शादी करवाने का काम करती हैं.ं सुजान सिंह ने बरनाहल के मुहल्ला जाटवान निवासी जबर सिंह को शादी करवाने का आश्वासन दिया था. इसी कड़ी में शुक्रवार को सुजान सिंह और गीता देवी, रूबी नाम की युवती को लेकर जबर सिंह से विवाह करवाने लिए पहुंचे थे. शादी का कार्यक्रम एक मंदिर में आयोजित कर रखा था. लेकिन फेरों से पहले सुजान सिंह ने दूल्हा जबर सिंह से 50 हजार रुपए की मांग कर दी. इसके बाद दूल्हे ने इंकार कर दिया. मामले में विवाद हो गया. घटना थाना बरनाहल तक पहुंची और दुल्हन फिर भी शादी के लिए तैयार थी.
पुलिस की पूछताछ में दुल्हन ने अपना नाम रुखसाना बताया. वह चंदौली की रहने वाली थी. जब दूल्हे और उसके परिजनों ने यह बात जानी तो वह भी हैरान रह गए. मध्यस्थ सुजान सिंह ने बताया कि रुखसाना के माता-पिता की मौत हो चुकी हैं. उसके बाद भाई ने रुखसाना को घर से निकाल दिया था. उसकी रिश्तेदारी चंदौली में हैं. एक माह पहले मध्यस्थ चंदौली गया था और वहीं से वह रुखसाना को अपने साथ लेकर आया था. दूल्हा जबर सिंह का इस मामले में कहना है कि सुजान सिंह ने दुल्हन को उसकी जाति की होने की बात कही थी. वहीं मामले में एसओ जैकब फर्नांडीज का कहना है कि दुल्हन के भाई को सूचित कर दिया गया हैं. उसके आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा. एक धर्म के आगे रिश्ते अजीब मोड़ पर आ जाते हैं.