नई दिल्ली | भारतीय स्टेट बैंक मूल बचत बैंक जमा (BSBD) खाताधारकों को एक महीने में सिर्फ चार मुफ्त कैश विड्रॉल की सुविधा देगा।इससे अधिक बार नकद निकासी पर शुल्क लेगा। बैंक इन ग्राहकों को एक साल में 10 पन्ने का चेकबुक देगा। इसके बाद चेक बुक लेने पर भी शुल्क लिया जाएगा। नए नियम एक जुलाई से लागू हो जाएंगे।
बीएसबीडी (BSBD) खातों के लिए सेवा शुल्क में संशोधन के अनुसार, एसबीआईएक जुलाई 2021 से ‘अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं’ (additional Value added services) के लिए 15 रुपये से 75 रुपये तक शुल्क
बीएसबीडी खाताधारकों के लिए गैर-वित्तीय लेनदेन और हस्तांतरण लेनदेन शाखाओं, एटीएम, सीडीएम (नकद वितरण मशीन) पर मुफ्त होंगे।
एसबीआई ने कहा, ‘‘चार मुफ्त नकद निकासी (एटीएम और शाखा सहित) से अधिक लेनदेन पर शुल्क वसूल किया जाएगा।’’ इसी तरह चेक बुक सेवाओं के लिए एक वित्त वर्ष में पहले 10 चेक निःशुल्क होंगे। उसके बाद चेकबुक के 10 पन्नों पर 40 रुपये और 25 पन्नों पर 75 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए जीएसटी अलग से जोड़ा जाएगा।
एसबीआई ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों को चेक बुक सेवाओं पर छूट दी गई है। इसका मतलब है कि वे तय सीमा से ज्यादा चेकबुक बगैर शुल्क के ले सकते हैं।(SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है। यह सरकारी बैंक है।
SBI बेसिक सेविंग्स अकाउंट को कोई भी व्यक्ति मान्य केवाईसी दस्तावेजों को देकर खोल सकता है। SBI BSBD अकाउंट में जरूरी न्यूनतम बैलेंस शून्य है. इस अकाउंट में अधिकतम राशि पर कोई सीमा नहीं है। BSBD खाताधारकों को एक बेसिक रूपे एटीएम कम डेबिट कार्ड मिलता है। एसबीआई में एकल और संयुक्त रूप से बीएसबीडी खाता खोल सकते हैं। इस खाते का फायदा उठाने के लिए ग्राहक का एसबीआई में कोई अन्य खाता नहीं होना चाहिए।