कर्मचारी भविष्य निधि ने अपने सभी ग्राहकों को अलर्ट जारी किया है. EPFO ने अपने 6 करोड़ PF खाताधारकों को निजी जानकारी और किसी भी तरह के ऐप को डाउनलोड को लेकर अलर्ट किया है. EPFO ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है.
किसी भी नौकरी पेशा शख्स के लिए उसके प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ की रकम सबसे अहम होती है. यह रकम भविष्य को सुरक्षित रखने का सबसे अहम फंड है. इसमें पैसा तो जमा होता ही है, साथ ही उस पीएफ पर ब्याज भी मिलता है. ऐसे में आपको अपने पीएफ के पैसे को लेकर बेहद अलर्ट रहने की जरूरत है.
EPFO ने अपने अकाउंट होल्डर्स को किसी भी फर्जी कॉल से सतर्क रहने की सलाह दी है. ईपीएफओ ने अलर्ट में कहा है, ” ईपीएफओ कभी भी फोन कॉल पर अपने खाताधारकों से यूएएन नंबर, आधार नंबर, पैन नंबर या बैंक डिटेल नहीं मांगता है और न ही EPFO अपने अकाउंट होल्डर को कोई फोन कॉल करता है.”
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ऐसे में EPFO के नाम से आने वाले फोन कॉल से हमेशा सतर्क रहें. इसके साथ ही ईपीएफओ ने फेक वेबसाइट से बचने की भी सलाह दी है. अगर आपने ईपीएफओ के अलर्ट को इग्नोर किया तो आपको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और आपके साथ फ्रॉड हो सकता है. बता दें कि बैंक भी अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए आए दिन अलर्ट जारी करता रहता है. बैंक अपने ट्विटर हैंडल और एमएमएस के जरिए ग्राहकों को अलर्ट भेजता रहता है.
बता दें कि लाॅकडाउन के दौरान हैं बैंकिंग फ्रॉड के मामले बढ़े हैं. आरबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल लेनदेन के चलते साल 2018-19 में 71,543 करोड़ रुपए का बैंकिंग फ्रॉड हुआ है. इस अवधि में बैंक फ्रॉड के 6800 से अधिक मामले सामने आए. साल 2017-18 में बैंक फ्रॉड के 5916 मामले सामने आए थे. इनमें 41,167 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी हुई थी. पिछले 11 वित्त वर्ष में बैंक फ्रॉड के कुल 53,334 मामले सामने आए हैं, जबकि इनके जरिये 2.05 लाख करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है.
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