महाराष्ट्र : कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है. नए रूप में बार-बार लौट रहा है. एक बार फिर से महाराष्ट्र में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं. राज्य में कोरोना के XBB वैरिएंट के 18 मामले सामने आए हैं. इसकी जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दी है. एक अधिकारी ने कहा कि इनमें से 13 मामले पुणे से, दो-दो नागपुर और ठाणे से और एक अकोला जिले का है.
महाराष्ट्र में मिले वैरिएंट ने सिंगापुर में कोरोना के मामले एकाएक बढ़ा दिए हैं. इसे खतरनाक बताया जा रहा है. अब स्थिति को देखते हुए बीएमसी ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि नए वैरिएंट्स ओमिक्रॉन के दूसरे सब-वैरिएंट से ज्यादा खतनाक हैं.
देश में केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना के केस में तेजी देखी जा रही है. XBB वैरिएंट को लेकर चिंता इस बात की ज्यादा है कि ये तेजी से फैलता है, सिंगापुर में इसी वजह से मामले काफी तेजी से बढ़े थे. एक्सपर्ट सुझाव दे रहे हैं कि लोगों को फिर से मास्क लगाने के लिए जागरुक करने की जरुरत है.
त्योहारों से पहले भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है. कोविड के बढ़ रहे मामलों को थामने के लिए महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी पिछले कुछ दिनों के अंदर कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला है. राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार 16 अक्टूबर 2022 को 1.59 पॉजिटिविटी रेट के साथ कोरोना के 115 नए मामले सामने आए थे और शनिवार को 2.12 पॉजिटिविटी रेट के साथ कोरोना के 135 नए मामले सामने आए थे. वर्तमान में दिल्ली में अभी 429 कोविड केस एक्टिव हैं, जिनमें 329 मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए सब-वैरिएंट की भी इंडिया में पहचान हो चुकी है. ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट का नाम BA.5.1.7 है. एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि यह नया वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और अगर लापरवाही बरती गई तो कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
भारत में BF.7 सब-वैरिएंट के पहले मामले के बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने पता लगाया. चीन में कोरोना के मामले बढ़ने का कारण यही वैरिएंट है. चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण BF.7 और BA.5.1.7 वैरिएंट ही बताया गया था. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और बेल्जियम में भी इस नए वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं.