जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पुष्कर धाम सभी वर्गाें की आस्था का केन्द्र है। सभी जाति और धर्माें से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर में आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुष्कर मेलेे में वृहद स्तर पर उत्कृष्ट एवं भव्य व्यवस्थाएं की गई हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2022 के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि इस भव्य उद्घाटन कार्यक्रम के माध्यम से एक नई शुरुआत की गई है। पुष्कर का मेला पूरी दुनिया में विख्यात है। आजादी के बाद पुष्कर तीर्थ में पहली बार ऐसा दृश्य देखने को मिला है। यहां शानदार व्यवस्थाओं के साथ उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके लिए आयोजन से जुड़े सभी विभाग तथा पुरोहित समाज बधाई के पात्र हैं। पुष्कर धाम के विकास के लिए किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को प्रेम, सदभावना और आपसी भाईचारे के साथ मिलकर रहना चाहिए। गहलोत ने कहा कि विगत दो वर्षों से कोरोना के कारण मेला आयोजित करने में परेशानी आई परन्तु इस वर्ष देश विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी पुष्कर मेले में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ पुष्कर मेले का शुभारंभ किया। गहलोत ने पुष्कर सरोवर की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने मेला मैदान पर झंडारोहण कर उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत की। गहलोत ने पवित्र पुष्कर सरोवर के ब्रह्म घाट पर आयोजित सरोवर अभिषेक, महाआरती और दीपदान कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने पुष्कर सरोवर के घाटों पर दीपदान किया। दीपदान कार्यक्रम में सरोवर के 52 घाटों पर सवा लाख दीपकों से दीपदान एवं महाआरती की गई।
मुख्यमंत्री गहलोत ने अजमेर और पुष्कर में 110 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसमें स्मार्ट सिटी, अजमेर विकास प्राधिकरण एवं वन विभाग के तहत विभिन्न विकास कार्य और परियोजनाएं शामिल थीं। गहलोत ने कहा कि पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है। करीब 11 करोड़ रूपए की लागत से पुष्कर का विकास कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुष्कर में घाटों का जीर्णाेद्धार एवं अन्य विकास कार्यों जल्द पूरे किए जाएंगे।