प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र की कोचिंग में ही मौत हो गई। उसकी उम्र भी मात्र 18 साल की थी आनन-फानन में उसको अस्पताल लेकर गए लेकिन उसकी मौत हो गई। छात्र का नाम राजा बताया जा रहा है वह इंदौर में एक किराए के मकान में रहता था। वह बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई के साथ एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी भी कर रहा था।
हार्ट अटैक से अचानक हो रही मौतों का सिलसिला थम नहीं है। अब प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र की कोचिंग में ही मौत हो गई। उसकी उम्र भी मात्र 18 साल की थी, आनन-फानन में उसको अस्पताल लेकर गए लेकिन उसकी मौत हो गई। छात्र का नाम राजा बताया जा रहा है वह इंदौर में एक किराए के मकान में रहता था। वह बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई के साथ एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी भी कर रहा था।
मृतक छात्र बाल झड़ने की समस्या से परेशान था, इसके लिए वह लंबे समय से दवा ले रहा था। इसके कारण वह तनाव में था। वहीं वह जिम भी जाता था और प्रोटीन लेता था। उधर, बच्चों से भरी स्कूल बस चलाते समय 36 वर्षीय ड्राइवर को भी हार्ट अटैक आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना भंवरकुआं थाना क्षेत्र की है। भंवरकुआं क्षेत्र में ही वह आकार कोचिंग जाता था। बुधवार दोपहर कोचिंग में ही उसके सीने में दर्द हुआ तो साथी टावर चौराहा स्थित निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने उपचार किया और आइसीयू में रखा। शाम को राजा की मौत हो गई। गुरुवार को छात्र के शव का जिला अस्पताल में पीएम करवाया गया। उसके पिता पीएचई में इंजीनियर हैं और बड़ा भाई मोबाइल का बिजनेस करता है। राजा अधिकारी बनना चाहता था।
कोचिंग में कार्डियक अरेस्ट से हुए छात्र की मौत की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि वह बाल झड़ने की समस्या के कारण लंबे समय से परेशान था। इसके लिए वह कई तरह की दवाइयां भी खा चुका था। इसी को लेकर वह तनाव में रहता था। इसके अलावा वह खून को साफ करने के लिए भी कुछ दवाइयां खाता था। वह जिम जाता था और प्रोटीन भी लेता था। इसमें यह बात भी सामने आई है कि बाल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए वह बिना डाक्टर की सलाह से ही दवाइयां ले रहा था। पोस्टमार्टम करने वाले डा. भरत बाजपेई ने बताया कि छात्र की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है। लोगों को सीरत से ज्यादा सूरत पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
रूम पार्टनर राजेश के मुताबिक, राजा सेहत का भी ध्यान रखता था। वह नियमित सुबह पांच बजे उठ जाता था। रोजाना जिम भी जाता था।
मूलत: रगोली (सागर) निवासी राजा का सपना था कि वह डिप्टी कलेक्टर बने। दोस्तों से कहता था कि फर्स्ट अटेम्ट में ही पास होना है। उसे कभी तनाव में नहीं देखा। दोस्त सचिन के मुताबिक, राजा जैसे ही बेसुध हुआ उसे पानी पिलाने की कोशिश की, लेकिन उसने पानी नहीं पिया।