इंदौर.
इंदौर के एक डॉक्टर से 3 करोड़ 8 लाख रुपए की ठगी के मामले में नया खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली है कि ठगों ने डॉक्टर को इस तरह अपने जाल में फंसाया कि उन्हें अपने दोस्तों से 1.5 करोड़ रुपए उधार लेने पड़े। क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है और डॉक्टर को उनके पैसे जल्दी वापस दिलाने की कोशिश कर रही है यह मामला शेयर मार्केट में निवेश से जुड़ा हुआ है।
डॉक्टर ने इस ठगी की शिकायत क्राइम ब्रांच में की थी। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच की और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें सोशल मीडिया पर आरू भट्ट नामक महिला से दोस्ती हुई, जिसने उन्हें ट्रेडिंग और एडवाइस देने का वादा किया। महिला ने उन्हें WEBULL नामक लिंक भेजा, जिस पर रजिस्टर करने के बाद डॉक्टर ने कुछ पैसा निवेश किया।
पहले दो बार उन्हें प्रोफिट भी दिखा, जिसके बाद वह ठगों के झांसे में आ गए और लगातार पैसा लगाते गए। दीपावली के समय जब डॉक्टर ने पैसा निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने उन्हें जाल में फंसाना शुरू कर दिया और अलग-अलग तरीके से उनसे और पैसे ठग लिए।
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें आनंद पहाड़िया (27 वर्ष), मोहित भावसार (28 वर्ष), मोहम्मद रेहान (22 वर्ष), शाहरुख कुरैशी (27 वर्ष), और एजाज खान (31 वर्ष) शामिल हैं। सभी आरोपी उज्जैन के निवासी हैं। पूछताछ में आरोपियों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।
डॉक्टर से 3 करोड़ 8 लाख रुपए की ठगी का मामला और भी दिलचस्प होता जा रहा है। क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया है कि ठगों ने डॉक्टर को पोर्टल पर 5 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दिखाकर झांसा दिया। दीपावली के समय डॉक्टर को पैसों की जरूरत पड़ी, तो उन्होंने कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर वॉट्सऐप के माध्यम से संपर्क किया। इसके बाद ठगों ने अलग-अलग तरीके से उन्हें और पैसे ठग लिए।
ठगों ने डॉक्टर को अपने दोस्तों से करीब डेढ़ करोड़ रुपए उधार लेने के लिए मजबूर किया। इसके अलावा, डॉक्टर से 55 लाख रुपए इनकम टैक्स के नाम पर, 30 लाख रुपए ग्रीन चैनल खोलने के लिए, 17 लाख 81 हजार रुपए डिजिटल करेंसी के नाम पर और 25 लाख रुपए ब्लॉक चेन इंश्योरेंस के नाम पर ठगे। इस तरह से ठगों ने डॉक्टर से 66 ट्रांजैक्शन में 3 करोड़ 8 लाख 36 हजार 293 रुपए ठग लिए।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी, राजेश दंडोतिया ने बताया कि इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। जानकारी के अनुसार, डॉक्टर ने अपनी जमानत के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए अपने दोस्तों से उधार लिए थे, जिन्हें ठगों ने अपने खातों में डलवाया।
इस मामले में एक महिला का नाम भी क्राइम ब्रांच को पता चला है। टीम इस महिला की जानकारी जुटा रही है। अन्य आरोपियों के मिलने या महिला के मिलने पर ही उसकी भूमिका स्पष्ट हो सकेगी। क्राइम ब्रांच का कहना है कि सोशल मीडिया पर जिस आरू भट्ट के नाम से डॉक्टर से दोस्ती की गई थी, वह भी संभवत: फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट है। उसकी भी जांच की जा रही है।