इंदौर.
इंदौर के प्रशासनिक इतिहास में पहली बार नया प्रयोग हुआ है. इंदौर में निगमायुक्त रहे, पहले कई आईएएस अधिकारी बाद में यहां कलेक्टर बनकर आए, लेकिन पहली बार निगमायुक्त के तौर पर पदस्थ शिवम वर्मा को सीधे इंदौर जिले की कमान सौंपी गई है.
एक ही जिले में वे निगमायुक्त के बाद कलेक्टर बनने वाले पहले अधिकारी होंगे. उनके पूर्व मनीष सिंह निगम कमिश्नर रहे थे, लेकिन वे अन्य शहरों से होकर फिर इंदौर आए और कलेक्टर बने थे.
इंदौर में आज बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हो गया. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह अब पदोन्नत होकर उज्जैन संभागायुक्त बनाए गए हैं. साथ ही उनके पास सिंहस्थ मेले का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा. इंदौर निगमायुक्त शिवम वर्मा को भी पदोन्नत कर इंदौर में ही 'कलेक्टरी' का जिम्मा सौंप दिया गया.
इसी तरह इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह अब वि.क.अ.-सहसचिव, मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग (भोपाल) हुए, तो अब इंदौर संभाग के संभागायुक्त का जिम्मा डॉ. सुदाम पंढरीनाथ खाड़े के हाथ में होगा. मालूम हो कि श्री खाड़े के पास जनसम्पर्क आयुक्त का जिम्मा था, जो अब दीपक सक्सेना संभालेंगे.
शिवम वर्मा की गिनती सरल-सहज अफसरों में होती है और जनप्रतिनिधियों से तालमेल बैठाने में भी वे माहिर हैं और प्रशासनिक पकड़ भी मजबूत रखते हैं. उधर, संभागायुक्त के रूप में सुदामा खाड़े को इंदौर का जिम्मा दिया गया है. सुदामा मुख्यमंत्री के विश्वासपात्र अधिकारी माने जाते हैं. इस कारण उनका प्रशासनिक दखल संभाग पर ज्यादा मजबूती से रहेगा.