इंदौर। पालीवाल वाणी के संपादक सुनील पालीवाल के घर रात्रि कालीन करीब 2.30 से 3 के बीच अचानक चोर घुस गए, पुरा परिवार गहरी नींद में सोया हुआ था। में भी अपना काम करके लगभग रात्रि कालीन 2 बजे में भी सो गया। में सोने के पूर्व गर्मी के चलते मेरे कमरे का दरवाजा अंदर से आधी संकाल लगाकर सो गया। इसी बीच अचानक चोर ने मेरे दरवाजे की संकाल खोलकर अंदर घुस गया। गहरी नींद होने के कारण कोई जाग नहीं पाया। उसने सबसे पहले मेरी पेंट का सामान ओर रूपए निकालकर चोर बाहर निकाल गया। उसने मेरी पेंट में जरूरतमंद कागजातो ओर एटीएम को बाहर गाड़ी पर छोड़कर रूपये निकाल लिए। फिर चोरी की नियत से अंदर घुसा ही था कि तभी मेरी बिटिया प्राची पालीवाल ने उसकी मम्मी संगीता पालीवाल को धीरे...धीरे उठाने की कोशिश करी। क्योंकि बिटिया मेरे पास सोई हुई थी लेकिन घबरा जाने की वजह से उसने मुझे नहीं जगाया ओर उसने उसकी मम्मी को आवाज लगाई कि कोई घर में मोबाईल से उजाला कर रहा है तभी मेरी पत्नी की नींद जाग गई। उसने मुझे उठाया में उठा तो उसने बताया कि दरवाजा कैसे खुल्ला है, मैंने कही कि शायद हवा से खुल गया होगा। मेरी बिटिया ने कहा कि पापा कोई मोबाईल से घर में रोशनी कर रहा है मेंने रोशनी का उजाला देखा है में बाहर गया तो देखा कि कोई नहीं है। घर की गच्ची पर गया तो पुरा परिवार गहरी नींद में सोया हुआ था। मेंने सभी को जगाया...ओर मेंने अपनी पेंट देखी तो मेरे कागजात ओर रूपए दिखाई नहीं दिए मुझे यकीन हुआ कि घर में चोर घुसा है ओर उसने ही सामान के साथ रूपए निकाल लिए। में फिर बाहर गया तो गाड़ी पर सामान सुरक्षित पाया लेकिन नगद राशि 4200 रूपए के आस-पास चोर निकाल कर ले गया।
सुनील पालीवाल ने कहा कि चोर बड़ी वारदात के इरादे से घुसा होगा। लेकिन बिटिया के जगाने के कारण उसे अवसर नहीं मिल पाया। में आप सभी का शुक्रिया आदा करना चाहता हुं कि चोर जिस घर में घुसा था उसी घर में मेरी रकम, आफिस के नगदी रूपए ओर किमती सामान सहित 5 मोबाईल, कम्प्यूटर सहित कई साम्रगी खुल्ली पड़ी थी। लेकिन आापके स्नेह, आशीर्वाद तथा आपकी दुआ के कारण चोर ने बड़ी वारदात नहीं कर पाया। प्रभु श्री चारभुजानाथ ओर आराध्य देव श्री भेरूनाथ के साथ मेरी बिटिया प्राची पालीवाल की कृपा मेरे परिवार थी इसलिए बड़ा नुकसान होने से बच गया। घटना की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नही कराई गई है, क्योंकि पुलिस अपराधी को कम ढूंढ पाती है, ओर फरियादी को परेशान इतना करती है कि कोई भी पुलिस के दरवाजे जाना नहीं जाता।