नई दिल्ली :
देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Train) की सफलता से गदगद केंद्र सरकार अब जल्द ही वंदे मेट्रो (Vande Metro Train) को भी पटरियों पर लाने की कवायद में लगी है. वंदे भारत ट्रेन के डिजाइन, स्पीड और सेवाओं को लोग खूब सराह रहे हैं और हर राज्य में इसे चलाने की मांग जोर पकड़ रही है. केंद्र सरकार पहले ही वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन शुरू करने की घोषणा कर चुकी है. आज रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने वंदे मेट्रो ट्रेन को लेकर कुछ नई जानकारियां दी है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे मेट्रो, वंदे भारत एक्सप्रेस का एक अलग फॉर्मेट होगा. इसे 100 किलोमीटर से कम दूरी के शहरों के बीच में चलाया जाएगा. सेमी हाई स्पीड वंदे मेट्रो ट्रेन दिन में दो शहरों के बीच कई चक्कर लगाएगी. दिसंबर के आसपास वंदे मेट्रो बनकर तैयार हो जाएगी. रेल मंत्री ने कहा कि सरकार का इरादा एक कम्फर्टेबल और अफोर्डेबल हाई स्पीड ट्रेन चलाने का है.
वंदे मेट्रो वंदे भारत का एक अलग फॉर्मेट होगा, जिसमें 100 किलोमीटर से कम दूरी के जो शहर हैं, उनके बीच में बहुत हाई फ्रिक्वेंसी से ट्रेन चल सकेंगीं: माननीय रेल मंत्री श्री @AshwiniVaishnaw जी pic.twitter.com/KgMvWG8yLd
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 14, 2023
गौरतलब है कि फरवरी, 2023 में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Rail Minister Ashwini Vaishnaw) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे भारत ट्रेनों के समान, वंदे मेट्रो (Vande Matro Train) लाने के लिए कहा है. रेल मंत्री ने बताया था कि वंदे मेट्रो ट्रेन हाइड्रोजन बेस्ड स्वदेशी ट्रेन होगी, जिसे भारतीय इंजीनियर्स डिजाइन कर रहे हैं. वैष्णव ने बताया था कि वंदे मेट्रो 125 से 130km की रफ्तार के साथ दौड़ेगी. इसका डिजाइन मुंबई सब-अर्बन की तर्ज तैयार किया जा रहा है.
वंदे मेट्रो ट्रेन चलने से मेट्रो शहरों के आसपास की सिटीज की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी. जो लोग इन शहरों के हैं और वे अभी मेट्रो में आकर रहते हैं और सप्ताह के अंत में घर जाते हैं ऐसे लोगों को लिए भी वंदे मेट्रो ट्रेन काफी लाभदायक साबित होगी. नौकरीपेशा लोगों के साथ-साथ छात्रों को भी फायदा होगा.