नई दिल्ली :
जी20 सम्मेलन की बैठक भारत मंडपम में चल रही है। पीएम मोदी ने समिट का उद्घाटन करते हुए वैश्विक मुद्दों पर बात की। इस दौरान भारत की अध्यक्षता में ही जी20 में अफ्रीकी यूनियन को शामिल करने का एलान किया गया। इसके बाद बंद दरवाजे के पीछे जी20 की बैठक हुई।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने कहा कि डिक्लेरेशन कल आएगा, लेकिन अच्छी खबर यह है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण है। घोषणापत्र के लिए सहमति है और यह उनकी (पीएम मोदी) गतिशीलता का ही परिणाम है कि हर कोई घोषणापत्र के लिए सहमत हो गया क्योंकि इसमें बहुत संदेह था कि कोई घोषणा होगी या नहीं। लेकिन मुझे भारतीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहिए। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया...यह बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों की गर्मजोशी को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी हर समय हमारी प्रधानमंत्री को अन्य नेताओं से मिलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हमें बहुत गर्व है और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यह भी उल्लेख किया कि भारत ने हमें अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करके हमारा सम्मान किया है और हम भारत के बहुत आभारी हैं। उन्होंने हमें ग्लोबल साउथ के मुद्दों को उठाने का सम्मान और विशेषाधिकार दिया है। बांग्लादेश खास तौर पर ग्लोबल साउथ के मुद्दे उठाता रहा है। हम जलवायु परिवर्तन में अग्रणी हैं, हम महिला सशक्तिकरण में अग्रणी हैं, हम आपदा प्रबंधन में अग्रणी हैं और प्रधानमंत्री ने G20 नेतृत्व के सामने उन मुद्दों को उजागर किया है।
पीएम मोदी ने जी 20 सम्मेलन के पहले सत्र में कहा था कि 21वीं सदी दुनिया को नयी दिशा देने का समय है। पहले सत्र के बाद जब, घोषणापत्र पर सहमति बनी तो पीएम मोदी ने अपनी एक गारंटी पूरी करने की घोषणा भी कर दी।
G20: जी-20 की ही बात करें तो इस पर करीब 4,064 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। देश की सौम्य ताकत बयां करता भारत मंडपम ही 2,700 करोड़ रुपये से तैयार हुआ है। 920 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति मैदान टनल बनी है।