मंगलवार 25 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 32 मिनट पर खत्म हो जाएगा। सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे तीन मिनट तक चलेगा। भारत में भारतीय अनुसार ग्रहण का स्पर्श दिन में 4:29 बजे, मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:42 बजे होगा। वहीं ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही शुरू हो गया है। सूर्य ग्रहण के सूतक काल में कई चीजों की मनाही की जाती है। आइए जानते हैं कि ग्रहण के सूतक काल से लेकर ग्रहण खत्म होने तक क्या करें, क्या न करें? किस राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
भारतीय अनुसार ग्रहण का स्पर्श दिन में 4:29 बजे, मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:42 बजे होगा। ग्रहण का कुल औसत समय 73 मिनट का होगा। सूर्य ग्रहण का समय देश के अलग अलग स्थानों पर अलग-अलग होता है। तथा मुक्त भी सूर्यास्त के स्थानीय समय के अनुसार होगा।
15 दिन के अंतराल पर दो ग्रहण है। आज आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा और फिर इसके बाद 08 नवंबर को साल का आखिरी चंद्रग्रहण देखने का मौका मिलेगा। इस पूर्ण चंद्रग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा। भारत में चंद्र ग्रहण 08 नवंबर की शाम 5 बजे के बाद शुरु हो जाएगा।
NASA और Timeanddate.com दोनों ने सूर्य ग्रहण के दीदार के लिए लाइव स्ट्रीम लिंक जारी किया गया है। इसके जरिए दुनिया भर के लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना को देख सकेंगे। इसके अलावा आप कई यूट्यूब चैनल पर भी सूर्य ग्रहण को लाइव देख सकते हैं।
1. ग्रहण के दौरान कुछ भी खाए-पिए नहीं। भगवान की पूजा भी न करें। मंत्र जाप कर सकते हैं।
2. ग्रहण के दौरान भगवान की प्रतिमा को स्पर्श न करें, संभव को घर के मंदिर को किसी परदे से ढंक दें।
3. गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान बाहर न निकलें। मान्यता है कि गर्भवती महिला के ग्रहण के संपर्क से बच्चे पर इसका बुरा असर पड़ता है।
4. ग्रहण के दौरान धारदार चीजों का उपयोग न करें जैसे चाकू, कैंची आदि।
1. ग्रहण समाप्त होने के बाद घर को अच्छी तरह से धोएं। संभव हो तो गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें।
2. ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान का महत्व है। ऐसा करना संभव व हो तो घर पर ही नहा सकते हैं।
3. ग्रहण के बाद दान करना शुभ माना जाता है। इससे परेशानियां कम होती हैं।
आसमान में होने वाली इस खगोलीय घटना को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि सूर्य की किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। सूर्य ग्रहण को टेलीस्कोप से भी नहीं देखना चाहिए। इसे देखने के लिए विशेष रूप से बनाए गए चश्मों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
भारत में दृश्य होने के कारण सभी प्रकार के प्रतिबंध लागू होंगे। क्योंकि इस सूर्य ग्रहण का अद्भुत दृश्य खुली आंखों से लगभग सूर्यास्त के समय देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण में सूतक के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। साथ ही सभी लग्नों या राशियों पर इसका प्रभाव व्यापक रूप से पड़ेगा।