टोंक. आश्विन शुक्ला प्रतिपदा 22 सितम्बर 2025 सोमवार को शारदीय नवरात्रा का शुभारम्भ हो रहा है। घट स्थापना देवी का आह्वान के लिए देवी पुराण एवं तिथि तत्व में प्रात: काल प्रति पदा तिथि एवं द्वि-स्वभाव लग्न में घट स्थापना करना सर्वश्रेष्ठ बताया गया है तथा चित्रा नक्षत्र एवं वैधृति योग को वर्जित बताया गया है।
22 सितम्बर को सूर्योदय सुबह 6.19 बजे होगा एवं एकम तिथि अद्र्ध रात्रि बाद 26.56 बजे तक रहेगी, उतराफाल्गुनी नक्षत्र दिन मे 11.24 बजे तक, उपरांत हस्त नक्षत्र रहेगा राशि कन्या, नक्षत्र स्वामी सुर्य एवं चंद्रमा है एवं कन्या राशि के स्वामी बुध है इस वर्ष नवरात्रा सोमवार से शुरू हो रहे है अतः इसका वाहन हाथी होगा गज पर आना सुख-समृद्धि का प्रतीक अच्छे समय का संकेत देता है।
मनु ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान टोंक के निदेशक बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि देवी पुराण में चित्रा नक्षत्र एवं वैधृति योग इन दोनों को वर्जित बताया गया है । अत: घट स्थापना हेतु द्वि स्वभाव लग्न कन्या राशि एव अमृत का चोघडिया सुबह 06.19 बजे से सुबह 07.49 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा सुबह 09.19 से 10.49 बजे तक् अभिजित मुहुर्त दिन में 11.55 बजे से दोपहर 12.43 बजे तक है।
चौघडिय़ा अनुसार चर का दोपहर 01.49 से 03.19 तक लाभ का दोपहर 03.19 से 04.49 एवं अमृत का सायंकाल 06.19 बजे तक शुभ है । बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रा 22 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक 10 दिन के होगे, तृतीय तिथि का नवरात्रा 24 बुधवार को सम्पुर्ण दिन रात्रि को होगा एवं 25 गुुरुवार को तृतीय तिथि सुबह 07.06 तक रहेगी, 30 सितम्बर मंगलवार को अष्टमी रात्रि 18.06 बजे तक है उपरांत नवमी है अत: अष्टमी पूजन इसी दिन किया जायेगा।
नवमी पूजन वाले 01अक्टूबर बुधवार को सांंयकाल 07.01 बजे तक पुजेगें, स्वार्थ सिद्धि योग 26 सितम्बर शुक्रवार को रात्रि 10.09 बजे से 27 सितम्बर सुबह 6.20 बजे तक 29 सितम्बर को सुबह 03.54 से सुबह 06.21 बजे तक अमृत सिद्धि योग 23 सितम्बर मंगलवार सुबह 06.20 से 24 सितम्बर बुधवार सुबह 04.51 बजे तक, 02 अक्टूबर गुरुवार दशहरा दशमी रात्रि 07.11 बजे तक उतराषाढा नक्षत्र सुबह 09.13 बजे तक उपरांत श्रवण नक्षत्र रहेगा, जिसमें वाहन आभुषण सफेद वस्त्रों की खरीद व्यापार मशीनरी आदि कार्य शुभारंभ करना श्रेष्ठ रहेगा।
बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि 02 अक्टूबर गुरुवार को दशमी तिथि सायं 07.17 बजे तक है, इसी दिन विजय दशमी पर्व दशहरा मनाया जायेगा। इसमें सुबह सुर्योदय से 07.52 तक शुभ का चरका 10.48 से 12.16 तक लाभ अमृत का दोपहर 03.16 तक शुभ का सांयकाल 04.40 से 06.08 तक शुभ का चौघडिय़ा है, जिसमें वाहन आभूषण सफेद वस्रों की खरीद व्यापार मशीनरी आदि कार्य शुभारम्भ करना सर्व श्रेष्ठ रहेगा।
बाबूलाल शास्त्री : टोंक, राजस्थान
मो. 9413129502, 8233129502