उदयपुर :
राजस्थान के उदयपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन जी ठाकुर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. यह मामला उदयपुर के हाथीपोल थाने में धारा 153 के तहत दर्ज किया गया है. दोनों पर ही धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगा है. दोनों ही धार्मिक गुरुओं ने उदयपुर शहर के गांधी ग्राउंड में भड़काऊ बयान था.
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए एसपी विकास शर्मा ने कहा कि कुंभलगढ़ के किले पर लगे हरे झंडों की जगह भगवा झंडे लगाने की बात धीरेन्द्र शास्त्री की ओर से कही गई थी. इसी भड़काऊ बयान पर मामला दर्ज किया गया है. इस मामले की एफआईआर संख्या 62/2023 है.
बता दें कि उदयपुर में शुक्रवार को भारतीय नववर्ष के अवसर पर गांधी ग्राउंड में धर्मसभा का आयोजन किया गया था. इसमें धीरेन्द्र शास्त्री और कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सहित कई संत मौजुद थे. एसपी शर्मा ने बताया कि सभा के संबोधन के दौरन धीरेन्द्र शास्त्री के कई बाते ऐसी रखीं, जिससे शहर के लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़की हैं. ऐसे में पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है.
दरअसल, अपने संबोधन के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर शास्त्री ने राजसमंद जिले के ऐतिहासिक कुंभलगढ़ दुर्ग पर लगे हरे झंडों को हटाकर वहां पर भगवा झंडे लगाने की बात कही थी. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों को उकसाया था.
एएसपी सिटी चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री के संबोधन के बाद कुंभलगढ़ में कुछ युवा भगवा झंडे लेकर किले पर पहुंच गए थे. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. शास्त्री के खिलाफ भी एक मामला दर्ज किया गया है. इसी कारण से शहर के हाथीपोल थाने में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस इस मामले का विस्तार से जांच करके अग्रिम कार्रवाई करेगी.
उययपुर में हुई धर्मसभा में कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर भी खुले मंच से बात हुई थी. दोनों ही धार्मिक गुरुओं ने कन्हैयालाल की हत्या का विरोध किया था. इस दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने आह्वान करते हुए कहा था कि हिंदुओं को जातियों में बांटना बंद किया जाना चाहिए. अपनी रक्षा की खातिर सभी हिंदू समुदाओं को एक होना होगा. इस धार्मिक सभा के दौरान शास्त्री ने लोगों से वचन दिलवाया था कि राम और कृष्ण का विरोध करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. जब तक भारत देश हिदूं राष्ट्र घोषित नहीं हो जाता हम सब शांति से नहीं बैठेंगे.