भीलवाड़ा के विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. शंकर मनोहर पंवार को MBBS की छात्रा को प्रताड़ित करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने MBBS की छात्रा को अश्लील मैसज भेजे। उसकी बात नहीं मानने पर छात्रा को प्रैक्टिकल में उसने फेल कर दिया। प्रोफेसर को भरतपुर से गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को पुलिस डॉ. पंवार को भीलवाड़ा लेकर आई। डॉ. पंवार कॉलेज प्रबंधन की जांच में पहले ही दोषी पाए जा चुके थे। इसलिए 27 मई को ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
24 जून को मेडिकल कॉलेज में MBBS फर्स्ट इयर की छात्रा ने बायो केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ शंकर मोहन पंवार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने यौन शोषण का आरोप लगाया था। छात्रा ने बताया था कि डॉ पंवार उसे मोबाइल पर गलत मैसेज कर रहा था। जब छात्रा ने उसकी बात नहीं मानी, तो उसे फेल करने की धमकी दी। इसके बाद छात्रा की प्रैक्टिकल शीट में काट-छांटकर नंबर कम कर दिए और फेल कर दिया।
छात्रा ने 19 मई को डॉ. पंवार की शिकायत प्रिंसिपल से भी की थी। 26 मई को कमेटी ने जांच कर रिपोर्ट बनाई। इसमें प्रोफेसर डॉ. शंकर मनोहर पंवार को दोषी पाया गया। जांच में सामने आया कि प्रो. पंवार की नीयत ठीक नहीं थी। उन्होंने छात्रा को परेशान करने के लिए नंबर कम कर दिए। 27 मई को कॉलेज प्रबंधन ने प्रो. पंवार को निलंबित कर दिया था। कॉलेज में आरोप सिद्ध होने के बाद युवती के परिजनों को लगा था कि नंबर बढ़ जाएंगे। जब नंबर नहीं बढ़े तो एक महीने बाद मामला दर्ज करवाया।