रूस और यूक्रेन के बीच जंग अब तीसरे हफ्ते में प्रवेश कर गई है। दोनों तरफ से कोई भी देश झुकने के लिए तैयार नहीं है। न ही रूस किसी की सुन रहा है, न ही यूक्रेन किसी समझौते के लिए तैयार है। वहीं दोनों देशों की जंग के बीच एक बेहद दिलचस्प खबर आई है। एक गरीब किसान जो जंगल में सैर करने गया था, वो जब बाहर निकला तो अरबपति बन गया।
जिस किसान की हम बात कर रहे हैं उसका नाम इगोर है। इगोर यूक्रेन में रहता है और वहां का गरीब किसान है। सोशल मीडिया में उसकी खबर वायरल हो गई है। खबर में बताया गया है कि इगोर रोज सुबह जंगल में सैर करने जाता था। हालांकि एक दिन जब वो घूमने निकला तो अरबपति बनकर बाहर निकला।
दरअसल ये पूरा मामला रूसी सेना से जुड़े हथियारों और टैंकों का है। इगोर जंगल में सैर करने गया था, वहीं पर उसको एक रूसी टैंक नजर आया। ये टैंक लावारिस हालत में वहां खड़ा हुआ था। 9K330 Tor SAM नामक इस टैंक को इगोर ने अपने कब्जे में ले लिया और उसका जंगल से बाहर ले आया।
इगोर के अरबपति बनने की कहानी भी इसी टैंक से जुड़ी हुई है। असल में इस टैंक की कीमत करीब 15 अरब रुपये है और इगोर ही अब इसको अपना मालिक कहता है। यानि अब अरबों के टैंक का स्वामित्व वो अपने पास ही समझता है। ऐसे में वो अरबपति बन चुका है। इगोर इस टैंक को अपने घर के बाहर खड़ा रखता है।
जहां एक ओर रूस अपनी पूरी क्षमता के साथ यूक्रेन पर हमला कर रहा है, वहीं दूसरी ओर यूक्रेनी नागरिक भी रूसी सेना को नुकसान पहुंचा रहे हैं। रूसी सैनिकों से लूटपाट की जा रही है और उनके सामानों, हथियारों को यूक्रेनी लूट रहे हैं। इतना ही नहीं रूसी सैनिकों के कई लड़ाकू टैंकर्स भी चोरी किए जा रहे हैं।
गरीब किसाने को जंगल में जो रूसी टैंक मिला है, वो काफी शक्तिशाली है। ये टैंक हर मौसम में चलने में सक्षम है और सोवियत यूनियन में इसका निर्माण किया गया है। द टोर नामक इस टैंक के जरिए जमीन से हवा में मार करने की क्षमता है जो इसको काफी खास बनाती है। हेलिकॉप्टर हो या मिसाइल या फिर एयरोप्लेन, इस टैंक से किसी को भी निशाना बनाया जा सकता है। वैसे गरीब किसान को इसकी ये खासियत भले न पता हो, लेकिन वो इस टैंक पर पूरी तरह से अपना कब्जा जमा चुका है।
रूसी सैनिकों से लूटपाट की घटनाएं एक नए कानून के बाद बढ़ी हैं जो यूक्रेन ने पास किया है। इस कानून के तहत अगर कोई यूक्रेनी नागरिक रूसी सैनिक की हत्या करता है तो उसके ऊपर कत्ल का कोई मुकदमा नहीं चलेगा। इसके साथ ही रूस की किसी भी प्रॉपर्टी को यूक्रेन का नागरिक सीज कर सकता है। इस कानून के आने के बाद रूसी सैनिकों की मुसीबत और बढ़ गई है।