नई दिल्ली :
हमारे देश में ऐसे कई लोग है जो कि काफी टैलेंटेड होते हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जिसको पढ़कर आप भौचक्के रह जाएंगे। दरअसल ये कहानी 24 साल के संकर्ष चंदा की हैं जो कि लाइमलाइट से बिल्कुल दूर रहते हैं। इनके कपडों देखकर कोई ये नहीं कहेगा कि ये लड़का कुछ करता भी होगा। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। जिस उम्र में लोग सिनेमा और खेलने की सोचते हैं उस वक्त में संकर्ष में 100 करोड़ की दौतल जमा कर ली। दरअसल संकर्ष ने शेयर मार्कट से काफी पैस कमाया है। जब शेयर मार्केट की बात आती है तो बिग बुल्स का नाम जरुर याद आता है। जिसमें राकेश झुनझुनवाला, राधाकिशन दमानी, डॉली खन्ना जैसे इनवेस्टरों ने शेयर मार्केट से लाखों करोड़ो रुपये की कमाई की है। बहराल इन लोगों से तो सभी लोग वाकिफ है लेकिन यहां पर बात हो रही 24 साल के संकर्ष की। जिन्होंने खेलने-कूदने की उम्र में करोड़ो की कमाई कर खुद को टॉप इनवेस्टरों में शामिल कर लिया है।
संकर्ष चंदा भले ही उम्र में छोटे हैं लेकिन शेयर मार्केट के बारे में काफी सीखा है। हैदराबाद के रहने वाले संकर्ष 17 साल की आयु से ही ट्रेडिंग कर शुरु कर दी थी। अब तक उन्होंने लाखों करोड़ो रुपये कमा लिए हैं। किस शेयर में कब पैसा लगाना है और कितना पैसा लगाना है और निवेश किए गए पैसों को कब निकालना है ये संकर्ष अच्छे से जानते हैं इसलिए संकर्ष को लोग लिटिल झुनझुनवाला भी कहने लगे हैं।
साल 2016 में जब वो नोएडा के बेनेट यूनिवर्सिटी से बीटेक कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे थे, उसी समय शेयर मार्केट में इंटरेस्ट जगा। इसके बाद संकर्ष ने शेयर मार्कट के बारें में और भी गौर से पढ़ा। शेयर मार्केट में दिलचस्पी होने से बीटेक की पढ़ाई छोड़ दी। संकर्ष ने सबसे पहले 2,000 रुपये का निवेश किया था। इसके बाद 2 सालों तक 1.5 लाख रुपये का निवेश किया। इसके बाद 1.5 लाख रुपये 13 लाख रुपये बन गए।
इसके बाद संकर्ष ने अपनी खुद दी सावर्ट (Savart) नाम से फिनटेक स्टार्टअप कंपनी शुरू की। इसमें लोगों के स्टॉक मार्केट और म्यूचुएल फंड और बॉन्ड में निवेश करने में सहायता करते हैं। स्टार्टअप को शुरु करने के लिए संकर्ष ने 8 लाख रुपये के शेयर बेच दिए थे। इसके बाद संकर्ष की ये कंपनी दौड़ पड़ी। दो सालों के बाद कंपनी का वैल्यूवेशन 40 लाख के पार हो गया। संकर्ष स्टार्टअप से कमाएं सारे पैसे को शेयर मार्केट में लगाते रहे। जिसके बाद उनकी नटवर्थ 100 करोड़ के पार पहुंच गई।