बिटकॉइन में निवेश करने वाले इन्वेस्टर के लिए मंगलवार का दिन बेहद खास रहा है। मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर ने मंगलवार को बिटकॉइन को कानूनी रूप से स्वीकार कर लिया है। अल सल्वाडोर में अब वित्तीय लेनदेन के लिए बिटकॉइन का भी इस्तेमाल हो सकेगा। ऐसा करने वाला अल सल्वाडोर दुनिया का पहला देश है। क्रिप्टोकरंसी के आलोचकों और समर्थकों की इस बात पर नजर बनी रहेगी कि अल सल्वाडोर में बिटकॉइन को मान्यता देने के बाद इसकी चाल कैसी रहती है।
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अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को मान्यता देने और बिटकॉइन से लेनदेन की व्यवस्था को सुचारु रुप से लागू करने के लिए बिटकॉइन वॉलेट चीमो शुरू किया है। नेशनल आईडी नंबर से रजिस्टर करने वाले यूजर को $30 की करेंसी मुफ्त मिलेगी। अगर अल सल्वाडोर का बिटकॉइन से संबंधित प्रयोग सफल होता है तो दुनिया के दूसरे देश भी उसके नक्शे कदम पर चल सकते हैं। हालांकि भारत में ऐसा होने की गुंजाइश बहुत कम है। सरकार देश में बिटकॉइन को क्रिप्टो करेंसी के बजाय कमोडिटी का दर्जा देने पर विचार कर रही है।
अल सल्वाडोर ने कुछ महीने पहले ही अपने इस इरादे की जानकारी दे दी थी। देश के राष्ट्रपति नईब बुकेले (Nyib Bukele) की सरकार ने बिटकॉइन को आधिकारिक दर्जा देने का कदम तब उठाया है, जब इसे लेकर वहां की जनता में बहुत भरोसा नहीं है और अंतरराष्ट्रीय मंच से उपभोक्ताओं के लिए जोखिमों का हवाला दिया जा रहा है।